अब चित्रों के माध्यम से स्कूली बच्चों के ज्ञान को बढाया जाएगा। जिला में सर्व शिक्षा अभियान की ओर से इस तरह की शुरूआत की गई है फिलहाल 12 सरकारी प्राइमरी स्कूलों का चयन करके उनमें वॉल पेंटिग करवाई जा रही है। इनमें राजकीय प्राइमरी स्कूल प्रेमनगर, रेलवे रोड़, निसिंग, चिड़ाव, उपलाना, जलमाना, धनौरा जगीर, बुटान खुडी, पुंडरी, अलीपुर खालसा, कमालपुर, बुढहेडा शामिल है।
इससे पहले निजी स्कूलों में ही वॉल पेंटिग दिखाई पडती थी। अतिरिक्त उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने सोमवार को शहर के प्रेम नगर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राइमरी विंग तथा रेलवे रोड़ स्थित कन्या वरिष्ठ विद्यालय का दौरा कर वालपेंटिग को देखा। दीवारों पर सुन्दर व पक्के रंगों से की गई पेंटिग में बच्चों के लिए हिन्दी व अंग्रेजी की वर्णमाला, प्रेरक कविताएं, जीवन का बोध कराने वाले महापुरूषों के प्रेरक विचार लिखवाएं गए है। बच्चें इन्हें देखकर सहजता से सीख रखते है और अपने ज्ञान में अभिवृद्धि कर सकते है। इससे बच्चों को भारी-भरकम बैग की पुस्तकों को भी ज्यादा पढने की जरूरत नहीं रहेगी।
एडीसी ने सर्व शिक्षा अभियान के इनोवेटिव आईडिया की सराहना की
अतिरिक्त उपायुक्त ने वॉल पेंटिग को देखकर सर्व शिक्षा अभियान की इनोवेटिव यानि कुछ नया कर पाने के प्रयासों की सराहना की और कहा कि लरनिंग के इस माध्यम से बच्चों के दिमाग पर पढने और सोचने का दवाब भी कम होगा अर्थात् खेल-खेल में ही बेसिक चीजों को सीख पाएंगे। यहीं नहीं उन्हें प्रकृति से जुडे विषयों और महापुरूषों के विचारों को भी जानने व आत्मसात करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि इसकी सफलता को देखकर जिला के अन्य स्कूलों में भी वॉल पेंटिग की जा सकेगी।
वॉल पेंटिग के लिए स्कूल प्रबंधन कमेटी को जारी किया गया है फण्ड : डीपीसी एसएसए
सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना समन्वयक विजेन्द्र नरवाल ने बताया कि वॉल पेंटिग के प्रौजेक्ट के तहत् चयन किए गए स्कूलों को एसएसए की ओर से 90-90 हजार रूपये की राशि जारी कर दी गई है ताकि वे आसानी से इस कार्य को करवा सके। उन्होंने बताया कि वॉल पेंटिग पूरी होने पर पैमाइश कि हिसाब से स्कूलों में यदि अतिरिक्त खर्च की जरूरत भी होती है तो वह कर दिया जाएगा। इस अवसर पर प्राइमरी स्कूल हैंड इन्दु बाला, स्कूल की प्रिंसीपल शोभा चौहान, अध्यापक बी0के मिंगलानी तथा अन्य अध्यापक मौजूद रहे।