प्रदेश के सभी जिलों से सरकारी कालेज में कार्यरत एक्सटेंशन लेक्चरार मीटिंग में पहुंचे। राज्य प्रधान ईश्वर सिंह ने कहा कि सरकार की अनदेखी की वजह से सभी एक्सटेंशन लेक्चरार का रोजगार खतरे में पड़ गया है। सचिव रेखा तंवर ने कहा कि जिन एक्सटेंशन लेक्चरार ने छह-सात साल हरियाणा के सरकारी कालेजों में सेवा की हैं, उनमें से कई लेक्चरार को नौकरी से बाहर कर दिया गया है। सरकार से जॉब सिक्योरिटी की मांग की गई। कोषाध्यक्ष राजेश और विरेंद्र ने कहा कि हरियाणा सरकार ने समय रहते नौकरी सुरक्षित नहीं की तो आंदोलन की शुरूआत कर दी जाएगी।
मुख्य मांगों में एक्सटेंशन लेक्चरार का रोजगार बचाया जाए, जो लेक्चरार ट्रांसफर के जरिए बाहर हुए हैं उन्हें अडजस्ट किया जाए तथा समान काम के लिए समान वेतन मिले शामिल हैं। इस अवसर पर डा. चरण सिंह, डा. रेखा तंवर, डा. वनीता चोपड़ा, शर्मिला यादव, अरूण कुमार, अश्वनी कटारिया, पूनम शर्मा, सुरेश पूनिया, आत्माराम, नेहा नरवाल, अशोक यादव, रवि देशवाल व लखवीर सिरसा मुख्य तौर पर मौजूद रहे। बंद मिले ओएसडी कार्यालय के दरवाजे जाट भवन में मीटिंग के बाद एक्सटेंशन लेक्चरार ओएसडी कार्यालय में ज्ञापन देने पहुंचे। कार्यालय में ओएसडी नहीं मिले और न ही कोई प्रतिनिधि इस कार्यालय से ज्ञापन लेेने के लिए आया। लेक्चरार को देख कर सिक्योरिटी ने गेट बंद कर दिया। लेक्चरार यहां नारे लगाते रहे। बाद में लेक्चार वापस चले गए। हालांकि एक्सटेंशन लेक्चरार ने ज्ञापन देने के लिए पहले से ओएसडी कार्यालय में कोई नोटिस भी नहीं भेजा था।