अब तक आपने चण्ड़ीगढ़ जैसे बड़े शहरों में पैदल पथ पार करने वालों के लिए पैडस्ट्रियन लाईट देखी होंगी। इस तरह की अच्छी पहल करनाल शहर में नगर निगम द्वारा की गई है। यह व्यवस्था फिलहाल तीन क्रॉसिंग चौको पर हुई है। इनमें आई.टी.आई. चौक, सैक्टर-6-7 चौक व सैक्टर-12 चौक शामिल हैं। निगम आयुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने यह जानकारी दी।
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क्या है क्रॉसवाक:- सडक़ को जैब्रा क्रॉसिंग या इस पार से उस पार पैदल चलने को क्रॉसवाक कहा गया है। ऐसी क्रॉसिंग को पार करते समय पैदल पथिक दोनो तरफ के वाहनों को आसानी से देख सकते हैं और सुरक्षित रूप से पैदल पार कर सकते हैं। इसके लिए पैडस्ट्रियन लाईट उनकी सहायता करती है।
क्या है पैडस्ट्रियन लाईट:- सडक़ क्रॉसिंग पर स्थित मुख्य चौक/चौराहों पर ट्रैफिक के रूकने पर ही पैदल यात्री सडक़ या पथ को पार करते हैं। जब ट्रैफिक लाईट, ट्रैफिक को लाल सिग्नल से रोकती है, तो पैडस्ट्रियन लाईट ग्रीन होकर पैदल चलने वालों को सडक़ पार करने का ईशारा करती है और यात्री बेखौफ होकर आसानी से सडक़ पार कर लेता है। यानि दोनो लाईटें विपरित स्थिति में रोशनी देकर यात्रियों को रूकने व चलने के लिए प्रशस्त करती हैं।
आयुक्त ने बताया कि प्रत्येक उक्त चौक पर दोनो तरफ 4-4 लाईटें यानि 8 और तीनों चौको को मिलाकर 24 पैडस्ट्रियन लाईट लगाई गई हैं। निगम के सहायक इंजीनियर (इलैक्ट्रिकल) मनीष अग्रवाल ने इस कार्य को करवाया है। इसकी सफलता को देखकर यह व्यवस्था शहर के अन्य चौक-चौराहों पर भी करवाई जा सकती है। उन्होने पैदल-पथ यात्रियों से अपील की है कि वे सुरक्षित पैदल पार यात्रा के लिए पैडस्ट्रियन लाईट सुविधा का फायदा उठाएं।