अखिल भारतीय ब्राह्मण संघर्ष समिति के तत्वावधान में समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिराम दीक्षित व प्रांतीय अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा बड़ौता के नेतृत्व में सैकड़ों युवा ओएसडी अमरेंद्र सिंह से मिले। ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें मुख्यमंत्री से मिलने के लिए समय मांगा गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिराम दीक्षित ने कहा कि 23 मार्च 2013 को तत्कालीन सरकार ने आर्थिक आधार पर चार जातियों ब्राह्मण, बनिया, पंजाबी और खत्री को आरक्षण प्रदान किया था, जिसके तहत बहुत से उम्मीदवारों को इसका लाभ मिला और रोजगार प्राप्त हुआ। प्रांतीय अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा बड़ौता ने कहा कि 12 जनवरी को उच्च न्यायालय से इस पर स्टे ले लिया गया, जिसके कारण लगभग 676 उम्मीदवारों का सिलेक्शन होने के बावजूद नियुक्ति प्राप्त नहीं हो सकती।
इसी मुद्दे को लेकर हरियाणा से अनेक युवा उम्मीदवार आज करनाल में एकत्रित हुए थे। शिक्षाविद व समाजसेवी डा. बालकृष्ण कौशिक ने कहा कि सरकार को उच्च न्यायालय में अपना पक्ष हल्फनामा देकर इस स्टे को खारिज करवा कर चयनित उम्मीदवारों की नियुक्ति करवानी चाहिए। नैतिकता के आधार पर भी सरकार का यही कर्तव्य बनता है। इस अवसर पर समिति के महासचिव बलवान सिंह, नरेंद सुखन एडवोकेट, बृजभूषण कोयर, बिजेंद्र कुमार राहड़ा, श्रीराम शर्मा, रविंद्र वत्स, भिवानी से प्रीतम कौशिक सहित सैकड़ों युवा मौजूद रहे।