एआई वर्करों ने मंगलवार को अपने आंदोलन को नया रूप देते हुए राहगीरों और अधिकारियों के जूते पालिश कर अपना विरोध जताया। जिला सचिवालय में तहसीलदार के जूते पालिश कर वर्करों ने नौकरी बहाली की मांग की। इसके बाद वर्कर बाहर आ गए और लोगों के जूते पॉलिश किए। अपने साथ हुए अन्याय से लोगों को अवगत करवाया। प्रदर्शनकारी वर्कर सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाते रहे। पुलिसकर्मियों के जूतों पर भी पॉलिश की गई। 22वें दिन धरने पर बैठे वर्करों को संबोधित करते हुए एआई वर्र्कर वैलफेयर संघ के प्रदेश अध्यक्ष विकास बांगड़ व महासचिव बलजिंदर कुमार ने कहा कि यदि सरकार ने जल्द मांगें नहीं मानी तो यह धरना प्रदर्शन पूरे प्रदेश में किया जाएगा। वर्करों ने भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला, विधानसभा स्पीकर कंवरपाल गुर्जर, पशुपालन विभाग मंत्री ओपी धनखड़, राज्यमंत्री कर्णदेव कंबोज व श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री नायब सैनी के घरों का घेराव करने तथा उनके घरों के सामने अनिश्चितकालीन धरना देने का मन बना लिया है।
उल्लेखनीय है कि ये सभी एआई वर्कर वर्ष 2011 से पशुपालन विभाग में जेके ट्रस्ट ग्राम विकास योजना नामक एनजीओ के माध्यम से मादा पशुओं में कृत्रिम गर्भादान, प्राथमिक उपचार व पशु पोषण का कार्य करते थे । इसके साथ-साथ विभागीय कार्यों जैसे टीकाकरण, मिल्क रिकॉर्डिंग, पशु गणना आदि में भी बढ़चढ़ कर सहयोग करते थे, लेकिन वर्ष 2016 में अनुबंध समाप्त होने पर सभी एआई वर्कर बेरोजगार हो चुके हैं। सरकार से मांग की गई कि वर्करों को विभाग में शामिल कर रोजगार दिया जाए। इस अवसर पर पलवल से जोगेंद्र, विकास, ब्रजराज,
बलराम, हिसार से राजेश, कैथल से सुनील, सुशील, नरेन्द्र, करनाल से राकेश, प्रमोद व राजेंद्र आदि मौजूद रहे।