हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ की बैठक में 30 जनवरी के जेल भरो आंदोलन में पूर्ण भागीदारी का निर्णय लिया गया। राज्य उपप्रधान जगतार सिंह ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारों के मुख्य एजेंडों में शामिल मांगों को लागू करवाने के लिए यह आंदोलन होगा। प्रदेश में हजारों हजारों कच्चा कर्मचारी ठेकेदारों के चंगुल में फंसकर प्रतिदिन शोषण का शिकार हो रहे हैं।
आउट सोर्सिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है और पक्के कर्मचारी की सुविधाओं पर कुठाराघात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2006 के बाद लगे सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम में लिया जाए। उनके साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव न हो। जिला प्रधान अनिल सैनी व सचिव शमशेर सिंह ने कहा कि तीनों स्कीमों में कार्यरत कच्चे कर्मचारियों को समान काम समान वेतन के आधार पर वेतनमान देते हुए उन्हें नियमित किया जाए। साथ ही जब तक नियमित हों तब तक न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी छह खंडों से शिक्षकों की भागीदारी भी सुनिश्चित की गई ताकि इस प्रदेश स्तरीय आंदोलन को सफल बनाया जा सके। बैठक में उपप्रधान रामलाल शास्त्री, जयप्रकाश शास्त्री, नारायण दत्त, सुरेंद्र कुमार, सेवा सिंह, राजकुमार, महेंद्र कुमार, दिनेश कुमार, गोदा राम, रविंद्र सांगवान, रोशन राणा, अजय कुमार, मान सिंह, प्रेमपाल व मुनीश गुप्ता मौजूद रहे।