December 23, 2024
29 BKU 02

बिजली निगम द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में शुरू की जा रही म्हारा गांव जगमग गांव योजना के विरोध में ग्रामीण महिला भी लामबंद्व होने लगी है। इस योजना के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के तत्वाधान में गांव घौघड़ी पुर में महिला किसान पंचायत का आयोजन किया गया। गांव के पंचायत भवन में आयोजित इस पंचायत की अगुवाई कमलेश रानी ने की। भारी तादाद में एकत्रित महिलाओं ने आने वाली 2 फरवरी को करनाल में किए जाने वाले प्रदर्शन में भाग लेने ऐलान किया। इसी ऐलान के बाद करनाल प्रदर्शन में महिलाओं के भाग लेने की संभानाएं प्रबल होंने लगी है। पंचायत में उपस्थित महिलाओं ने बिजली निगम के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए इस योजना का जोरदार विरोध किया। महिलाओं का कहना है कि किसान परिवारों में आज आर्थिक तौर पर कठिन हालात चल रहे है। जिससे किसान परिवारों की दिन रात की चैन उड़ी हुई है। इस तंगी के चलते हुए महिलाएं कहीं ज्यादा परेशानी भरा जीवन जीने को मजबूर है।

ऐसे हालात में सरकार इस प्रकार की योजना लाकर किसान परिवारों को उजाडऩे का काम कर रही है। महिलाओं का यह भी कहना है कि अगर बिजली वाले इस योजना को जब्री तौर पर गांव में लेकर आए तो महिलाएं संगठित होकर विरोध करेगी। कई महिलाओं ने कहा कि इस योजना को लेकर किसी प्रकार की जब्री का विरोध में महिलाएं अपने हाथों में झाडू उठा कर विरोध करने का शांतिप्रिय तरीका अपनाएंगी। कमलेश ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले इस योजना के विरोध में जो 2 फरवरी को करनाल में शांतिप्रिय प्रदर्शन किया जा रहा है। उसमें महिला भी अपनी भागेदारी निभाएगी। भाकियू के प्रस्तावित प्रदर्शन के मुताबिक इस योजना को रद्द करने के लिए जिला उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। जिसमें इस योजना को खारिज करने की जोरदार मांग की जाएगी।

महिलाओं ने चेताते हुए कहा कि अगर बिजली निगम के अधिकारियों ने किसी प्रकार से जब्री करने का प्रयास किया तो हालात गंभीर हो सकते है। जिसकी सीधे तौर पर निगम के संबंधित अधिकारी जिम्मेंदार होंगे। इस अवसर पर प्यारी देवी, इंद्रो, शीला देवी, सुनीता देवी, संतोश देवी, कर्मपती देवी, बिमला देवी, शेशा, निम्बों देवी, गुडडी देवी, गेजों देवी, ओमी देवी, बेदों देवी, विद्यादेवी, कुलबीरी देवी, नन्ही देवी, सावित्री देवी, बृहमी देवी, राजों देवी, कमला देवी, चांदों देवी, कृष्णा देवी, सुमन देवी सैंकडो की संख्या में किसान महिलाएं मौजूद थी।

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