करनाल/दीपाली धीमान : दिनांक 20.08.2024 की सुबह थाना सदर करनाल में क्षेत्र के गांव शेखपूरा में गन्ने के खेतों में एक अज्ञात शव मिलने की सुचना प्राप्त हुई। सुचना मिलते ही पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं व शव को अपने कब्जे में ले लिया, शव एक महिला का था जिसका चेहरा बुरी तरह से खराब किया गया था ताकि उसे कोई पहचान न सके।
इस संबंध में खेत के मालिक की शिकायत पर थाना सदर करनाल में मुकदमा नंबर 670 दिनांक 20.08.2024 धारा 103, 103(1), 238, 238(बी), 238(सी), 3(5) भा.न्या.सं. के तहत दर्ज किया गया। पुलिस टीम द्वारा शव को शवगृह में रखवाकर उसकी पहचान के लिए प्रयास शुरू किए गए।
यह मामला जैसे ही पुलिस अधीक्षक करनाल मोहित हाण्डा के संज्ञान में आया तो उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए, मामले की जांच कर आरोपी को गिरफतार करने की जिम्मेवारी जिला पुलिस की क्राइम युनिट सी.आई.ए-02 टीम को सौंपी गई। जिसपर सी.आई.ए-02 टीम ने उप निरीक्षक दशरथ सिंह की अध्यक्षता में मामले की गहनता से जांच करते हुए व छोटी-छोटी कड़ीयों को जोड़ते हुए मृतका की पहचान पूजा कुमारी के रूप में की और दिनांक 17.10.2024 को गुप्त सुचना के आधार पर ग्रीन बैल्ट सै0-06 करनाल से आरोपी संजीत रजक पुत्र नारायण रजक वासी बंबईया फरलाल, समस्तीपूर, बिहार हाल किरायेदार गली नंबर 12 कर्ण विहार, करनाल को गिरफतार किया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय करनाल श्री नायब सिंह ने बताया कि दिनांक 18.10.2024 को आरोपी को माननीय अदालत के सामने पेशकर 08 दिन पुलिस रिमांड हासिल किया गया व दौराने पूछताछ आरोपी ने बताया कि वह पिछले 03 साल से मृतका पूजा कुमारी के साथ रिलेशन में रह रहा था और उनके पास कोई बच्चा नहीं था, जिसे लेकर दिनांक 17.08.2024 की रात को उन दोनों मे बहस होने लगी और इस दौरान उसने चुन्नी से उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
इसके बाद आरोपी का भतीजा अमीत रजक वहां पर आया और आरोपी ने सारी बात अपने भतीजे को बताई, फिर दोनों ने योजनाबद्व तरीके से मृतका के शव को बैडसीट में बांधा व रात के करीब 02 से 03 बजे के बीच उसे मोटरसाईकिल पर उठाकर गांव शेखपुरा के पास गन्ने के खेतों में फेंक दिया। इस बीच दोनों आरोपीयों ने मिलकर शव को तहस नहस करने के लिए व उसका चेहरा बिगाड़ने के लिए उस पर 04 बोतल थीनर व 05 थैली नमक भी डाला था।
इसके बाद दोनों आरोपी मृतका का मोबाइल फोन लेकर वहां से फरार हो गए व रास्ते में उसका सीम तोड़कर फेंक दिया। उन्होंने कहा कि मामले में गिरफतार आरोपी को कल रिमांड अवधी समाप्त होने पर पूनः अदालत के सामने पेश किया जाएगा व उसके भतीजे को गिरफतार करने के लिए उनकी टीमों द्वारा लगातार दबिश दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस मामले इन्चार्ज सी.आई.ए-02 उप निरीक्षक मनोज कुमार और उनकी टीम द्वारा बहुत ही बेहतर कार्यशैली का प्रदर्शन करते हुए न केवल ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझाया है बल्कि मुख्य आरोपी को गिरफतार करने में कामयाबी भी हासिल की है।