- 58 वर्षों में करनाल ज़िले में हैट-ट्रिक लगाने वाले तीसरे विधायक हैं हरविंदर कल्याण
- घरौंडा से कल्याण के अलावा लगातार तीन बार जीते जयसिंह राणा व कृष्ण पंवार
- हरविंद्र कल्याण का हर चुनाव के बाद बढ़ा वोटिंग ग्राफ, मास लीडर के रूप में उभरे
करनाल। हरियाणा की राजनीति में कर्णनगरी करनाल जिले की पांचो विधानसभाओं का अपना एक वजूद रहा है। हरियाणा के गठन के बाद इन विधानसभाओं से कई राजनेता विधायक व मंत्री रहे हैं। करनाल जिले की जनता पढ़ी लिखी और जागरूकता की श्रेणी में आती है और यहां के मतदाता बहुत सोच समझकर प्रत्याशी को अपना सिरमौर बनाते हैं। करनाल जिले की पांचो विधानसभाओं दो बार लगातार जीतने वाले विधायक तो हैं लेकिन लगातार तीन बार हैट्रिक लगाने वाले भाजपा के घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण सहित कुल तीन हैं। नीलोखेड़ी के पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री जयसिंह राणा व असंध से पूर्व मंत्री व विधायक कृष्ण पंवार ने भी लगातार तीन बार जीत हासिल की है। खास बात ये है कि घरौंडा के हरविंद्र कल्याण के अलावा दोनों तीन बार के विजेता प्रत्याशियों ने अलग अलग पार्टियों या आजाद चुनाव लड़कर विजय हासिल की है। लेकिन हरविंद्र कल्याण ने भाजपा के बैनर तले लगातार तीन चुनाव लड़कर हैट्रिक बनाकर इतिहास रचा है। यही नहीं उनके पिछले चार चुनाव में वोटिंग ग्राफ भी लगातार बढ़ा है, इससे ये साफ होता है कि वे अपने क्षेत्र की जनता के प्रति जवाबदेह रहे हैं और उन्होंने जनता की समस्याओं, उनके विकास व उनके सुख दुख में गहरे से शिरकत की है।
नीलोखेड़ी से पूर्व विधायक जयसिंह राणा सन 1987, 91, 96 में लगातार जीते और सन 2000 में हारने के बाद वे 2005 में फिर विजयी हुए। हरियाणा हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन स्वर्गीय जयसिंह राणा दो बार आजाद और दो बार कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव जीते। इसी तरह असंध से कृष्ण पंवार सन 1991, 1996, 2000 में लगातार विजयी हुए। आजकल कृष्ण पंवार भाजपा के दिग्गज नेताओं में से एक हैं। वहीं घरौंडा सीट से भाजपा प्रत्याशी हरविंद्र कल्याण ने सन 2014, 2019 व 2024 में लगातार जीत हासिल कर हैट्रिक बनाई और उनका वोटिंग ग्राफ भी बढ़ा। सन 2009 से 2024 तक चार चुनाव लड़ चुके विधायक हरविंद्र कल्याण को सन 2009 में 29 हजार, 2014 में 55 हजार, 2019 में 67 हजार और हाल में हुए 2024 में हुए चुनाव में 87.5 हजार मत मिले, उनका वोट प्रतिशत लगातार बढ़ता रहा। हरविंद्र कल्याण करनाल जिले की पांचों विधानसभाओं में से पहले ऐसे भाजपा प्रत्याशी रहे हैं जिनका हैट्रिक के साथ साथ वोट प्रतिशत भी बढ़ा है, इस हैट्रिक के बाद उन्हें मॉस लीडर का खिताब मिला है। जनता उनकी सहजता, सरलता के कारण अपनी सीधी बात कहने में सक्षम है और जनता में 16-17 घंटें रहने के कारण उन्हें लगातार जीत का पुरस्कार मिला है।
करनाल जिले में लगातार दो बार विजय हासिल करने वालो में कई नेताओं के नाम शामिल हैं। हरियाणा गठन के बाद सबसे पहले जनसंघ से रामलाल वधवा लगातार विधायक रहे, इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान में केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल करनाल से लगातार दो बार विधायक रहे ,इससे पहले सुमिता सिंह लगातार दो बार विधायक रही, इसी कड़ी में इंद्री से भीमसेन मेहता दो बार लगातार विधायक रहे। हालांकि करनाल जिले की पांच विधानसभाओं से कई नेता मंत्री बने लेकिन वे लगातार अपने क्षेत्र से दो या तीन बार विजयी नहीं हुए। हरियाणा के नए मंत्रिमंडल का गठन 17 अक्टूबर को होने जा रहा है, ये तो भविष्य के गर्भ मे है किस विधायक को क्या जिम्मेदारी मिलेगी लेकिन एक बात सच है कि करनाल जिले के इतिहास में तीन बार का इतिहास रचने वाले हरविंद्र कल्याण ने जयसिंह राणा व कृष्ण पंवार के बाद हैट्रिक लगाकर जनता के दिलों दिमाग में अपनी गहरी छाप छोड़ी है, अब उसका परिणाम उन्हें क्या मिलता है ये तो समय ही बताएगा लेकिन क्षेत्र की जनता उन्हें मंत्री देखने को आतुर है।