करनाल/दीपाली धीमान : महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय, करनाल द्वारा माननीय कुलपति प्रो. सुरेश कुमार मल्होत्रा के निर्देशन में 16-17 सितंबर को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा आयोजित किसान मेला (रबी) में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
प्रदर्शनी का आयोजन विश्व विद्यालय करनाल के विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ विजय पाल सिंह यादव की देखरेख में किया गया। प्रदर्शनी के सफल आयोजन में महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल के बागवानी महाविद्यालय के अधिष्ठाता व निदेशक अनुसंधान डॉ. रमेश कुमार गोयल का भी योगदान रहा।
इस प्रदर्शनी में किसानों को जानकारी देने के लिए विश्व विद्यालय द्वारा ईजाद की गई नवीनतम तकनीकों, नवचारों व विस्तार गतिविधियों सम्बंधी जानकारी को प्रदर्शित किया गया। डॉ.यादव ने बताया की एमएचयू के माननीय कुलपति प्रो. सुरेश कुमार मल्होत्रा के कुशल नेतृत्व में किसानों के विकास के लिए लगातार प्रयासरत है तथा कृषि शिक्षा, अनुसंधान, कृषि प्रसार व नवाचारों को किसानों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया की आज समय की मांग है की किसान भाई पारंपरिक खेती को छोड़कर बागवानी, खुम्भी, सब्जी फसलों व मधुमक्खी पालन को अधिक अपनाएं। ऐसा करके किसान भाई इन फसलों व कृषि सम्बन्धी व्यवसायों से अधिक आमदनी पा सकते है तथा अपने परिवार के लिए रोजगार के साधन पैदा कर सकते हैं।
इस प्रदर्शनी मे डॉ. युवराज कसाल ने कृषि संचालन के लिए ड्रोन पर जानकारी दी। जिसमें सटीक खेती के लाभों पर प्रकाश डाला गया। इस प्रदर्शनी में बागवानी कॉलेज, अंजनथली के दो छात्रों साहिल व ज्योति द्वारा अनुभव सीख कार्यक्रम (एक्सपिरिएंस लर्निंग प्रोग्राम) के तहत तैयार किए गए प्रसंस्कृत उत्पादों को प्रदर्शित किया तथा इनकी बिक्री भी की गई।
प्रदर्शनी के दौरान डॉ. गौरव सिंह ने किसानों को कीट प्रबंधन विशेषकर बागवानी व सब्जी फसलों में एकीकृत कीट प्रबंधन तथा डॉ. हरजोत सिंह ने विश्व विद्यालय के खुम्भ अनुसंधान केंद्र मुरथल में उगाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के मशरूम की खेती तथा इससे बनाए जाने वाले उत्पादों संबंधी जानकारी दी।
डॉ. आर. के. अरोड़ा और डॉ. विजय ने किसानों को हरियाणा में उगाए जाने वाले बागवानी फसलों के बारे में जानकारी दी, जिसमें ड्रैगन फ्रूट की खेती को अपनाने पर बल दिया गया। सब्जी वैज्ञानिक डॉ. सत्यपाल ने किसानों को सब्जियों की वैज्ञानिक खेती व उनसे अधिक लाभ प्राप्ति संबंधी जानकारी दी।
प्रदर्शनी में लगी महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल की स्टॉल को देखने के लिए हरियाणा कृषि विश्व विद्यालय के डीन, विस्तार शिक्षा निदेशक, दूसरे अधिकारीगण, कृषि वैज्ञानिक तथा हजारों किसान पधारे व विश्व विद्यालय संबंधी अनेकों जानकारी प्राप्त की।