करनाल/दीपाली धीमान : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत विस्तार शिक्षा संस्थान नीलोखेड़ी में डेयरी फार्मिंग और प्रसंस्करण के लिए विस्तार रणनीतियाँ विषय पर चल रहे पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन हुआ। समापन समारोह की अध्यक्षता संस्थान के क्षेत्रीय निदेशक डा. संजय कुमार ने की।
डॉ. संजय कुमार ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में डेयरी एक महत्वपूर्ण कृषि-व्यवसाय है, जिसका किसानों की आजीविका में सुधार और रोजगार सृजित करने में विशेष योगदान है। उन्होंने कहा कि पशुपालन के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती भी मिलती है इसलिए पशुपालन को बढ़ावा देना जरूरी है।
पशुपालकों को समय-समय पर पशुधन स्वास्थ्य हेतु पशु चिकित्सा अधिकारियों के द्वारा परामर्श दिया जाता है। विस्तार अधिकारियों को पशुपालकों को जागरूक करने हेतु नए संचार माध्यमों का प्रयोग करने की आवश्यकता है ताकि और भी अधिक किसान एवं पढ़े-लिखे युवा भी पशु-पालन से जुडऩे के लिए प्रेरित हों।
अनेक नौजवानों ने उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद पशुपालन व्यवसाय में रुचि दिखाई है उनकी सफलता की कहानियों से अन्य लोगों को भी प्रेरित करने की आवश्यकता है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से पशु-चिकित्सा अधिकारियों को विस्तार की नवीनतम विधियों की जानकारी दी गई है।
डा. कुमार ने बताया कि यह संस्थान वाइस-चांसलर प्रोफेसर बी. आर. कांबोज, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के नेतृत्व में उत्तर भारत के राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के कृषि, उद्यान, पशु-पालन, मत्स्य पालन, वानिकी, महिला एवं बाल विकास इत्यादि विभागों के विस्तार अधिकारियों को प्रशिक्षण देने का काम कर रहा है।
वित्तीय सहयोग देने के लिए विस्तार निदेशालय, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की सराहना की। उन्होंने विस्तार शिक्षा निदेशक डा. बलवान सिंह मंडल का भी धन्यवाद किया।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश एवं लद्दाख के विस्तार अधिकारियों ने हिस्सा लिया है। प्रशिक्षण के दौरान विस्तार अधिकारियों को सुषमा डेयरी फार्म का भ्रमण भी करवाया गया।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न संस्थानों से व्याख्यानों के लिए विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया गया था जिन्होंने प्रशिक्षण विषय संबधी व्याख्यान दिए। समापन कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस दौरान संस्थान के सभी कर्मचारी एवं प्रतिभागी मौजूद रहे।