करनाल/दीपाली धीमान : करनाल, 4 सितम्बर, 2024 : पर्यावरण संरक्षण समिति ने गांव कुटेल में मीटिंग बुलाकर बांटे गए 200 पौधो को लगवाया। समिति अध्यक्ष ने ग्रामीणों को नीम, सुहाझना, पुत्रोजीवा, तुलसी, शमी, आम, अमरूद एवं जामुन के पौधो के लाभ बताए। उन्होंने बताया कि सुहाझना के पौधे को मोरिंगा भी कहते हैं और इस के फूल, फलियों एवं पत्तो की सब्जियां और आचार भी बनता है।
सुहाझने के पौधे के फूलो, फलियों एवं पत्तो में विटामिन, आयरन, पोटाशियम, मैग्नीशियम आदि के पोषक तत्त्व दूध एवं घी से भी ज्यादा मात्रा में होते हैं, इनसे शरीर शक्तिवर्धक एवं पुष्ट होता है। सरदार देवेन्द्र मोहन रिटायर मुख्याध्यापक एवं समिति सदस्य ने बताया कि भगवान ने सृष्टि की रचना करते हुए सर्वप्रथम प्रकृति बनाई और पेड़-पौधों से जीवो के लिए आक्सीजन युक्त हवा सृजन की गई जिससे हम सांस लेकर जीवन चला रहे हैं।
वरिष्ठ उपप्रधान राम रतन अत्री ने बताया कि पेड़-पौधों से हमें बहुत लाभ मिलते हैं तथा इन से दवाईंयां भी बनती हैं जो हमें बिमारियों में काम आती हैं। उन्होंने बताया कि पेड़-पौधे लगाना वायुमण्डल को शुद्ध रखने के लिए आवश्यक हैं तथा प्रत्येक व्यक्ति को एक-एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए।
इस अवसर पर समिति चीफ पैट्रन कंवल भसीन, वरिष्ठ उप-प्रधान आर.आर. अत्री, महासचिव के.एल. नारंग, प्रधान एस.डी. अरोड़ा, विनोद गुप्ता, सत्येन्द्र शर्मा, डॉ. एस.के. शर्मा, अंजु शर्मा, एच.डी. कथूरिया, बलबीर कल्याण, देवेन्द्र मोहन सिंह,पुष्पा सिन्हा, ओम शर्मा एवं अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।