December 22, 2024
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नीलोखेड़ी/करनाल/कीर्ति कथूरिया :  चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत विस्तार शिक्षा संस्थान नीलोखेड़ी में “तकनीकी हस्तांतरण हेतू विस्तार अधिकारियों का क्षमता विकास” विषय पर चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ।

समापन समारोह में डा. रमेश गोयल, डायरेक्टर रिसर्च एवं निदेशक विस्तार, महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत की।

उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस चार दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को आधुनिक विस्तार विधियों के बारे में जानने का मौका मिला है जिसके माध्यम से वे अपने कार्यक्षेत्र में और भी अधिक कुशलता के साथ काम कर सकेंगे।

डा. गोयल ने विस्तार अधिकारियों से किसानों को नई तकनीकों को अपनाने हेतू जागरूक करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि किसानों को नई तकनीकों के बारे में अवगत करवाने हेतू पहले विस्तार अधिकारियों को जागरूक करना होगा।

संस्थान के क्षेत्रीय निदेशक डा. संजय कुमार ने बताया कि विस्तार शिक्षा संस्थान भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के द्वारा वित्त-पोषित संस्थान है जो सन 1959 से विस्तार अधिकारियों को प्रशिक्षण देने का काम कर हा है जबकि संस्थान का प्रशासनिक कार्य चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्सविद्यालय के द्वारा चलाया जाता है।

उन्होनें कहा कि यह संस्थान वाईस-चांसलर प्रोफेसर बी. आर. कांबोज, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के नेतृत्व में उत्तर भारत के राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के कृषि, उद्यान, पशु-पालन, मत्स्य पालन, वानिकी, महिला एवं बाल विकास इत्यादि विभागों के विस्तार अधिकारियों को प्रशिक्षण देने का काम कर रहा है।

डा. संजय ने वित्तीय सहयोग देने के लिए विस्तार निदेशालय, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की भी सराहना की एवं विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं विस्तार शिक्षा निदेशक डा. बलवान सिंह मंडल का भी धन्यवाद किया।

प्रशिक्षण संयोजक डा. अनिल कुमार रोहिला ने बताया कि प्रशिक्षण में झारखंड, बिहार, जम्मू-कश्मीर, एवं हरियाणा के विस्तार अधिकारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है।

उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों का भ्रमण करवाया गया है और इसके साथ-साथ विभिन्न संस्थानों से व्याख्यानों के लिए विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

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