करनाल/भव्या नारंग: भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की चार सदस्यीय टीम ने नीलोखेड़ी के विस्तार शिक्षा संस्थान की कार्यप्रणाली को मजबूती देने के उद्देश्य से दौरा किया। संस्थान के क्षेत्रीय निदेशक डा. संजय कुमार ने बताया कि चार सदस्यीय टीम ने अतिरिक्त सचिव (वरिष्ठ आईएएस) फैज अहमद किदवई के नेतृत्व में संस्थान पंहुची। टीम के आगमन का मुख्य उद्देश्य संस्थान की कार्यप्रणाली को मजबूती देना था।
उन्होंने कहा कि इस चार सदस्यीय टीम में अतिरिक्त सचिव, (विस्तार), कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार किदवई, अतिरक्त कमिश्नर संजय कुमार, निदेशक शजित, सह निदेशक एस. एम. खालिकर शामिल थे। इस दौरान चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं विस्तार शिक्षा निदेशक डा. बलवान सिंह मंडल एवं विश्वविद्यालय के वाईस-चांसलर प्रोफेसर बी. आर. कांबोज के सेक्रेटरी अरोड़ा भी मौजूद रहे। क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि इस समय देश में चार विस्तार शिक्षा संस्थान हैं जिनमें से विस्तार शिक्षा संस्थान नीलोखेड़ी सबसे पुराना है जो कि उत्तर भारत के राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के कृषि, बागवानी, मत्स्य पालन, पशुपालन, वानिकी, सेरिकल्चर आदि विभागों के विस्तार अधिकारियों एवं कृषि विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों को प्रशिक्षण देने का कार्य कर रहा है।
मंत्रालय की टीम ने संस्थान की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से चर्चा की एवं महत्तपूर्ण सुझाव दिए हैं। इस अवसर पर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं विस्तार शिक्षा निदेशक डा. बलवान सिंह मंडल ने टीम को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। डा. संजय कुमार ने टीम के समक्ष पांच वर्षों की रिपोर्ट को प्रस्तुत किया। किदवई ने विस्तार शिक्षा संस्थान के प्रशिक्षण कार्यों की प्रशंसा की व प्रशिक्षण कार्यक्रमों में नई शिक्षण विधियों को तवज्जो देने का सुझाव दिया। उन्होंने संस्थान में चल रहे पांच दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम के प्रतिभागियों से भी चर्चा की एवं संस्थान में क्या सुविधाएं बढ़ाई जा सकती हैं यह भी जाना। इसके साथ-साथ टीम द्वारा पौधा रोपण भी किया गया। डा. अनिल कुमार रोहिला ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान, डा. सत्यकाम, डा. भरत सिंह घनघस, डा. जसविंद्र कौर, डा. अजय कुमार सहित स्टाफ के सदस्य मौजूद रहे।