करनाल/कीर्ति कथूरिया : हरियाणा पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार अग्रवाल के निर्देशानुसार जिला करनाल सहित पूरे प्रदेश में अपहरण, लूट, डकैती, छीनाझपटी, फिरौती व चोरी इत्यादि विभिन्न प्रकार के संपत्ति विरुद्ध अपराधों में संलिप्त दोषियों व आपराधिक गिरोहों का पर्दाफाश करने व उनकी धरपकड़ करने के लिए करनाल पुलिस द्वारा विशेष अभियान चलाया गया।
पुलिस अधीक्षक करनाल शशांक कुमार सावन के कुशल मार्गदर्शन में कार्य करते हुए जिला पुलिस की टीमों द्वारा अपहरण, लूटपाट, डकैती, छीनाझपटी, फिरौती, चोरी, वाहन चोरी, पशु चोरी व अन्य संपत्ति विरुद्ध अपराधो पर अंकुश लगाने तथा दर्ज मामलों के वांछित आरोपियों पर कडी कार्यवाही करते हुए अभियान के दौरान 01 मई से 31 मई तक 107 अपराधियों को पकडकर उनके कब्जा से 41,33,300 रुपये की कीमत की संम्पति बरामद की गई है।
इस अभियान के दौरान चोरी का माल खरीदने वाले सात अपराधियों को पकडकर उसके कब्जे से एक लाख दो हजार रुपये कीमत की सम्पति बरामद की गई है। साथ ही चार अवैध पिस्तौल, एक कारतूस व एक चाकू भी बरामद किया गया। संगीन अपराधों में सलिप्त छह उदघोषित अपराधी, एक पैरोल जम्पर व दो मोस्ट वांटेड को गिरफ्तार किया गया है। पूर्व में सम्पति विरुद्ध अपराधों मे संलिप्त रहे 368 आरोपियों पर कडी निगरानी रखी गई है। इसके अतिरिक्त बार-बार अपराध करने वाले 57 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट भी तैयार की गई है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक महोदय ने बताया कि संपत्ति विरुद्ध अपराधों में संलिप्त आरोपियों के संबंध में सम्पूर्ण जानकारी जुटाकर ज्यादा से ज्यादा आपराधिक गिरोहों का पर्दाफाश करने के लिए जिला पुलिस की टीमें लगातार कार्य कर रही हैं। ताकि भविष्य में संपत्ति विरुद्ध अपराधों की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। इसके अलावा जिला करनाल के विभिन्न थानों में दर्ज संपत्ति विरुद्ध अपराधों में सजा काट चुके दोषियों अथवा जमानत पर आए हुए आरोपियों की गतिविधियों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
ताकि वह भविष्य में किसी अन्य वारदात को अंजाम न दे सके। इसके साथ ही संपत्ति विरुद्ध अपराधों की रोकथाम के लिए जिले की सीमाओं के साथ लगते अन्य जिलों व राज्यों की पुलिस से भी बेहतर समन्वय स्थापित करके तालमेल रखते हुए सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है। जिससे लूट, डकैती, छीनाझपटी व चोरी करने वाले दोषियों पर शिकंजा कसा जा सके तथा किसी भी तरह की संपत्ति विरुद्ध अपराध की वारदात को रोका जा सके।