करनाल/समृद्धि पराशर: 7 हरियाणा बटालियन एनसीसी, करनाल के तत्वावधान में जवाहर नवोदय विद्यालय सग्गा करनाल में 24 मई से 02 जून तक कंबाइंड एनुअल एनसीसी ट्रेनिंग कैंप 83 का शुभारंभ बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल नरेश आर्य एवं एडम आफिसर कर्नल निक्सन हरनल ने किया।
इस अवसर पर कमांडिंग आफिसर कर्नल नरेश आर्य ने एनसीसी कैडेट को संबोधित करते हुए कहा कि एनसीसी के माध्यम से युवाओं का चरित्र निर्माण होता है। कैंप के अंतर्गत एनसीसी कैडेट ड्रिल, वेपन ट्रेनिंग एवं अन्य प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। जिनसे कि वे न सिर्फ देश के अच्छे नागरिक बन सकें अपितु अपने देश की सुरक्षा के लिए भी समय आने पर अपना योगदान दे सकें।
उन्होंने कहा कि एनसीसी का उद्देश्य युवाओं में नेतृत्व की भावना पैदा करना है ताकि वे समाज में अपनी अहम भूमिका निभा सकें। ए, बी और सी सर्टिफिकेट के लिए 10 दिवसीय कैंप लगाया जा रहा है। इस अवसर पर एडम ऑफिसर निक्सन हरनल ने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि एनसीसी का उद्देश्य युवा नागरिकों में अनुशासन, चरित्र, भाईचारा, साहस की भावना और निस्वार्थ सेवा के आदर्शों का विकास करना है।
इतना ही नहीं, इसका उद्देश्य उन युवाओं में नेतृत्व के गुणों को जगाना भी है जो राष्ट्र की सेवा करेंगे, चाहे वे किसी भी करियर को चुनें। उन्होंने कहा कि एनसीसी कैडेट की समाज और देश के प्रति जिम्मेदारी होती है। उसे हमेशा सामाजिक हित के कार्यों में तत्पर रहना चाहिए।
इस अवसर पर एनसीसी के प्रवक्ता डॉक्टर केवल कृष्ण ने बताया कि इस कैंप में करनाल के 18 सरकारी एवं निजी विद्यालयों के 500 एनसीसी कैडेट्स भाग ले रहे हैं जिसमें दयाल सिंह पब्लिक स्कूल मेन ब्रांच, दयाल सिंह पब्लिक स्कूल सेक्टर 7, जेएनवी सग्गा, एसबीएस स्कूल, निशान पब्लिक स्कूल, सैंट थेरेसा कन्वेंट स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल मधुबन, राइजिंग सन पब्लिक स्कूल, द गुरुकुल नीलोखेड़ी, पार्थ पब्लिक स्कूल, जीपीएस अकादमी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घरौंडा, कत्लेहरी, पुंडरी, रसीना, असंध एवं बीएमसीजे गवर्नमेंट आईटीआई करनाल के साथ-साथ नंबर 2(I) काय एनसीसी एसएसके के एनसीसी कैडेट्स भाग ले रहे हैं।
इस अवसर पर सूबेदार मेजर सुखविंदर सिंह, सूबेदार रविंद्र कुमार, नायब सूबेदार संजय कुमार, फर्स्ट ऑफिसर आर एस तोमर, थर्ड ऑफिसर गोविंद शर्मा, नीलम रानी, कवलजोत कौर, नीलकंठ गौड़, बीएचएम सुशील कुमार, सीएचएम विलियम नवजोत, सीएचएम राजेश कुमार, हवलदार सत्यवान, मंगत नाथ आदि उपस्थित रहे।