करनाल/कीर्ति कथूरिया : विकास क्लब साहित्य कला मंच कुंजपुरा की ओर से रविवार को कुंजपुरा गांव के रामलीला भवन में आयोजित मासिक सांझा विरासत कार्यक्रम में रचनाकारों ने राष्ट्र प्रेम को सर्वोपरि रखने का संदेश दिया। छात्रा सेजल ने सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभू करते हैं हम शुरू आज का काम प्रभू… रचना प्रस्तुत की और इसके साथ ही कार्यक्रम का आगाज हुआ।
क्लब के संचालक स्वामी प्रेमपाल सागर ने कहा कि अतीत में झांककर देखें तो आक्रमणकारी आक्रांताओं ने हमारी संस्कृति व संस्कारों को मिटाने का पुरजोर प्रयास किया था। बलिदानियों की वजह से संस्कृति जिंदा रही है। सभी का दायित्व बनता है कि संस्कारों को पोषित करें।
शायर शकील जठेड़ी (सोनीपत) ने रचना प्रस्तुत करते हुए कहा कि तेरी रहमत की बरसात होती है, फिर मेरे दिन की शुरूआत होती है…। अंकण साहित्य समूह पानीपत के अध्यक्ष प्रो. कमलेश कुमार पालीवाल ‘कमल ने कहा कि इक्कीसवीं सदी का बस इतना सा प्रभाव है, पहले अभावों में खुशियां थी अब खुशियों का अभाव है…।
हरियाणा प्रांतीय ब्राह्मण सभा कुरुक्षेत्र की प्रदेश अध्यक्ष एवं भाजपा की पूर्व प्रदेश प्रवक्ता डॉ. शकुंतला शर्मा ने कहा कि धार वक्त की बड़ी प्रबल है इसमें लय से बहा करो, कभी पूछ कर मेरे मन की अपनी भी कुछ कहा करो…। दिलबाग ने कार्यक्रम में हास्य रस घोला।
पंडित चिरंजीलाल शर्मा राजकीय महाविद्यालय सेक्टर 14 करनाल की प्रोफेसर डॉ. वनीता चोपड़ा ने कहा कि ना जाने कैसी आदत हो गई है, तुम्हें देखूं ये चाहत हो गई है…। रामेश्वर देव ने कहा कि आंखें बंद थी मेरी फिक्र ने सोने नहीं दिया, जख्म गहरा मिला मुझे फिर भी दिल रोने नहीं दिया…।
मामचंद योगी ने कहा कि योग्यता को कोई दबा नहीं सकता, जैसे सूरत को छुपा नहीं सकता…। भारतीय सद्भावना संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजपाल रोजड़ा, सौरव गुप्ता, नरेश कश्यप, अजय जुंडला, ऋतिका कल्याण, खुशाल रोजड़े, सचिन पाल, सावन कुमार, सलिंद्र मचल, अंशुल राणा, पंकज गहलोत, पूर्णचंद शर्मा व अन्य प्रतिभागियों ने भी प्रस्तुतियां दी।