उपायुक्त डा0 आदित्य दहिया ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की घोषणा के अनुसार करनाल शहर की कालोनियों के गंदे पानी का शोधन करने व शहर की सीवरेज व्यवस्था दुरस्त करने के कार्य को पूरा करने के लिए करीब 29 करोड रुपये खर्च किया जाएगा। इस कार्य पर अभी तक करीब 17 करोड रुपये खर्च हो चुके है, गंदे पानी के शोधन के लिए टीकरी कैलाश गांव में एसबीआर तकनीक से 8 एमएलडी के सीवरेज ट्रीटमैंट प्लाट बनाया जा रहा है, जिसका कार्य प्रगति पर है, इस ट्रीटमैंट प्लांट पर करीब 9 करोड 18 लाख रुपये की लागत आएगी और यह ट्रीटमैंट प्लांट दिसम्बर 2018 में बनकर तैयार हो जाएगा। इसी प्रोजेक्ट के अन्र्तगत शहर की नई वैध कॉलोनियों में करीब 41 किलोमीटर सीवरेज पाईप लाईन बिछाई गई, जिसपर अभी तक करीब 8 करोड रुपये खर्च किए गए है।
उपायुक्त डा0 आदित्य दहिया सोमवार को कैलाश गांव में बन रहे एसटीपी के निर्माण कार्य का जायजा लेने के बाद बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा करनाल शहर की कॉलोनियों के गंदे पानी का शोधन करने तथा सीवरेज व्यवस्था दुरस्त करने के लिए घोषणा की थी, इस कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्य करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट बनाने से शहर की दर्जनों कॉलोनियों के गंदे पानी को आधुनिक विधि द्वारा शोधन करके इन्द्री एस्केप में डाला जाएगा, इससे गंदे पानी की निकासी का भी हल होगा, वहीं इस पानी का शोधन करके खेतों में प्रयोग लाया जा सकेगा। उपायुक्त ने एसटीपी प्लांट के निर्माण कार्य की बारिकी से जांच की। उन्होंने एसटीपी में प्रयोग किए जाने वाले उपकरणों के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों व ठेकेदारों को निर्देश दिए कि एसटीपी के निर्माण कार्य में अच्छी क्वालिटी की सामग्री का ही प्रयोग किया जाए और यह कार्य निर्धारित समय अवधि में पूरा होना चाहिए। इस मौके पर अधिकारियों ने उपायुक्त को आश्वासन दिलाया कि यह कार्य 31 दिसम्बर 2018 से पहले-पहले पूरा हो जाएगा।
किन-किन कॉलोनियों को मिलेगा एसटीपी का फायदा।
उपायुक्त डा0 आदित्य दहिया ने जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियन्ता से जानकारी ली कि इस एसटीपी से शहर की कौन-कौन सी कॉलोनी के पानी का शोधन किया जाएगा। कार्यकारी अभियन्ता विकास सिंगरोहा ने बताया कि इस ट्रीटमैंट प्लांट से आरके पुरम, शक्ति नगर, अशोका नर्सरी, बागपती, कृष्णा कॉलोनी, सदानन्द कॉलोनी, मंगलपुर व छोटी मंगलपुर सहित अन्य कॉलोनियों के लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
एसटीपी होगा अत्याधुनिक तकनीक से लैस
जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियन्ता विकास सिंगरोहा ने उपायुक्त को बताया कि एसटीपी को तीन भागों में बांटा गया है, जिसमें मेन पम्पिंग स्टेशन, ट्रीटमैंट युनिट तथा अन्य भवन शामिल है। इस प्लांट में प्रयोग होने वाली सभी उपकरण आधुनिक होगे। इसमें रिसीविंग चैम्बर, कोर्स स्क्रीन चैनल, रॉ सीवरेज सम्प, स्टीलिंग चैम्बर आदि लगाए जाएगें।