करनाल/ कीर्ति कथूरिया : सातवें पे-कमीशन में लिपिक का वेतन 35 हजार 400 एवं पुरानी पेंशसन बहाली की मांग को लेकर सभी विभागों का मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मचसारी लांबंद्ध हो गया है। हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन संबंद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर सभी विभागों, बोर्डो, निगमों, नगर निगमों, विश्वविद्यालयों में काम करने वाले मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मी बड़ी संख्या में फव्वारा पार्क में एकत्रित होकर 30 अप्रैल को आक्रोश प्रदर्शन करेंगे।
प्रदर्शन की व्यापक तैयारियों को लेकर कोर कमेटी की मीटिंग संघ कार्यालय जनस्वास्थ्य विभाग करनाल में राज्य कमेटी सदस्य संदीप सांगवान की अध्यक्षता में संपन्न हुई। मीटिंग का संचालन हेमसा के महासचिव हितेंद्र सिहाग द्वारा किया गया। संदीप सांगवान ने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार जनता की सेवा के लिए खोले गए सरकारी महकमों का नीजिकरण कर रही है।
पेपरलैस ऑफिसीज व स्टाफिंग पॉलिसी लागू कर मिनिस्ट्रीयल स्टाफ के पदों को समाप्त किया जा रहा है। भाजपा-जजपा सरकार के घोषणा पत्र तथा 25 अगस्त 2014 के मंत्रीमंडल के फैसले अनुसार सातवें वेतन आयोग में लिपिक स्टैनो टाईपिस्ट 35400, सहायक, आंकड़ा सहायक, स्टैनोग्राफर 44900, उपाधीक्षक 47600, अधीक्षक 56100 का हक बनता है।
जिसे लगातार 8 साल से वंचित किया जा रहा है। वेतनमान व पुरानी पेंशन की मांग को लेकर सीएम सिटी आक्रोश प्रदर्शन की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।
एसकेएस जिला प्रधान सुशील गुर्जर सिरसी ने कहा कि सर्व कर्मचारी संघ से संबधित सभी विभागो के कर्मचारी भी प्रदर्शन में शामिल होंगे।
इस अवसर पर रमेश कंबोज, सतीश वर्मा, अशोक कुमार, परसराम शर्मा, बलजीत खरब, सुशील गुज्जर आदि मौजूद रहे।