करनाल/समृद्धि पाराशर: आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार प्रदर्शन किया। फव्वारा पार्क में सभा करने के बाद वर्कर और हेल्पर जिला सचिवालय प्रदर्शन करती हुई पहुंची। यहां सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
बाद में मांगों का ज्ञापन एडीसी और जिला कार्यक्रम अधिकारी को सौंपा गया। प्रदर्शनकारी वर्करों की अगुवाई रूपा राणा और रीना ने की। ज्ञापन में कहा गया है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को ग्रेच्युटी की पात्रता के मुद्दे पर दिए गए ऐतिहासिक निर्णय को एक वर्ष पूरा हो गया है।
इस फैसले में कहा गया था कि आंगनवाड़ी वर्करों व हेल्परों को श्रमिकों के रूप में माना जाना चाहिए। हैरानी की बात है कि एक साल में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने इस आदेश की पूरी तरह से अनदेखी की। इसका असर देश की लगभग 26 लाख महिलाकर्मियों के जीवन पर पड़ रहा है।
ज्ञापन मेें खेद जताया गया कि आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर घर-घर तक सेवाएं पहुंचा रही हैं, इसके बावजूद श्रमिकों के रूप में मान्यता नहीं दी गई। मुख्य मांगों में आंगनवाड़ी केंद्रों में खाना बनाने के लिए गैस सिलेंडर दिया जाए, खाली पड़े पदों पर भर्ती की जाए, ऑनलाइन काम करने के लिए फोन व रिचार्ज के पैसे दिए जाएं।
केंद्रों में कच्चा राशन समय पर पहुंचाया जाए, फलैक्सी फंड व वर्दी के पैसे तुरंत दिए जाएं, केंद्र व राज्य से मिलने वाला मानदेय जल्द मिले तथा हरियाणा सरकार स्कूलों में बाल वाटिका खोलने की बजाए आंगनवाड़ी केंद्रों को मजबूत करने आदि शामिल हैं।
इस अवसर पर ओपी माटा, जगपाल राणा, सर्वेश राणा, नीलम, सरोज, रीना, सेवा राम, धीरज सिंह, सुशील गुर्जर, भाग सिंह, रूपा राणा, संतोष, रेखा, शालीनी, सुदेश, राकेश राणा, ममता, बबीता, मंजू, सुनीता, पुष्पा, उर्मिला व बलराज सिंह ने संबोधित किया।