करनाल/समृद्धि पाराशर: मलेरिया की बीमारी को कम करने के लिए हार्नेस इनर्वेंशन किया गया। विश्व मलेरिया दिवस पर स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया के बारे में जनता में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न स्कूलों में पेंटिंग व शलोगन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसके तहत बच्चों ने उपरोक्त प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया।
उन्होंने बताया कि इसके साथ-साथ इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग करनाल ने विभिन्न गंावों तथा करनाल शहर में विशेष स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। जिसके लिए करनाल शहर में नगर-निगम व गावों में पंचायतों के सफाई कर्मचारियों के सहयोग से नालियों व घरों के आस-पास सफाई करवाई गई तथा स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने खतरनाक दवाई का छिडकाव किया। स्वास्थ्य विभाग ने 12 गांवों में विषेश सफाई अभियान चलाया तथा मेलरिया की रोकथाम व बचाव के लिए जनता से सहयोग की अपील की।
उन्होंने बताया कि करनाल शहर में विश्व स्वच्छता अभियान के तहत नगर निगम करनाल के सहयोग से बसंत विहार व कर्ण विहार कालोनियों में स्वच्छता अभियान चलाया जिस के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 1162 घरो ंका दौरा किया तथा जनता को मलेरिया से बचाव व रोकथाम के बारे में जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने वसंत विहार व कर्णविहार के पार्षद व आर.डब्लू.ए के सदस्यों से भी मीटिंग की तथा करनाल को मलेरिया मुक्त बनाने के लिए सहयोग की अपील की।
उप सिविल सर्जन डॉ. मंजु पाठक ने मलेरिया के बचाव, उपायों के तरीकों के बारे मे विस्तृत जानकारी दी। उन्होने बताया कि छतों पर बेकार पडें खाली बर्तनों, टायरों टयूबों, डिब्बों, गमलो व अन्य पानी के स्त्रोतों इत्यादि मे से पानी निकलवा दे व उल्टा करके रखे ताकि उनमे पानी जमा न हो पाएं व खाली पडें टायरो मे सुराख कर दे। उन्होनें बताया कि घरों के आस पास पानी खडा ना होने दे। यदि किसी कारणवष पानी की निकासी न हो तो उसमे थोडा मिट्टी का तेल, काला तेल, डीजल इत्यादि डाल दे ताकि मच्छर का लारवा पनपने न पाएं। बुखार होने पर केवल पैरासीटामोल का प्रयोग करे तथा तुरन्त नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर ख्ुान की जांच कराये तथा मलेरिया होने पर 14 दिनो की दवाई खाये।