करनाल/समृद्धि पाराशर: पेंशन बहाली संघर्ष समिति करनाल ने नैशनल मूवमैंट फॉर ओल्ड पैंशन और पैंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा के आह्वान पर करनाल शहर के कर्ण पार्क से शुरू करके आक्रोश मार्च निकालते हुए डीसी को मुख्यमंत्री के नाम पुरानी पैंशन बहाल करने के लिए ज्ञापन दिया।
इस आक्रोश मार्च की अध्यक्षता जिला प्रधान संदीप टूरण ने की और संचालन जिला वरिष्ठ उपप्रधान पदम प्रजापति ने किया। इस मौके पर पहुंचे वीभीन विभागों के पदाधिकारी और कर्मचारियों ने एक स्वर में हरियाणा सरकार की वादाखिलाफी की भत्र्सना की।
जिला प्रधान ने बताया कि 19 फरवरी को पंचकूला में हुई महारैली के दबाव के जो तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की कमेटी बनाई गई थी, जिसने पैंशन बहाली संघर्ष समिति के साथ एक मीटिंग करके दोबारा समय नहीं दिया, इससे नाराज हरियाणा का कर्मचारी सडक़ पर उतरने को मजबूर हैं।
पूरे हिंदुस्तान के हर एक शहर में ये आक्रोश मार्च निकाला गया। हरियाणा सरकार की वादाखिलाफी की भी निंदा की गई। इस मौके पर पहुंचे पैंशन बहाली संघर्ष समिति करनाल के जिला महासचिव प्रदीप सिंहमार, सहसचिव रामबिलास शर्मा, कोषाध्यक्ष समुंदर मोर, इंद्री प्रधान मामराज पुंडीर, नीलोखेड़ी प्रधान नरेश कुमार, घरौंडा प्रधान संजीव कुमार, निसिंग प्रधान राजवीर सिंह और असंध प्रधान किशोर भट्ट और उनकी पूरी कार्यकारिणी मौजूद रही।
साथ ही आईटीआई के राज्य प्रधान मलखान सिंह, अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष रमेश शर्मा, हरियाणा कॉलेज एसोसिएशन के प्रधान अमित चौधरी, डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिशन के जिला प्रधान धर्मवीर आर्य, पूनम चहल, सुनील कटारिया, रमेश चौधरी, राजेश वर्मा , ओमप्रकाश शर्मा, गुलाब सिंह, सुनील राणा, मनोज कुमार, हम बहादुर व सतीश कुमार, आदि ने एक स्वर में कहा कि अगर मौजूदा सरकार जल्द से जल्द पुरानी पैंशन बहाल नहीं करती तो निश्चित ही आने वाले चुनाव में कर्मचारी इस सरकार को बदलने का कार्य करेगा।
अगर मेरी वोट से मेरी पैंशन नहीं तो इनकी भी नहीं होगी। कर्ण पार्क में साथी सतपाल कटारिया और राकेश मेहता का भी फूल मालाओं से जिला कार्यकारिणी ने स्वागत किया, क्योंकि इन साथियों को 19 फरवरी हुई महारैली में गहरी चोट आई थी और इनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की।