करनाल/कीर्ति कथूरिया : जिला परिषद करनाल की ओर से संविधान निर्माता डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई। जिला परिषद कार्यालय के सभागार में संगोष्ठी करने के बाद चेयरमैन प्रतिनिधि और जिला पार्षद व स्टॉफ सदस्य पैदल मार्च निकालते हुए अंबेडकर चौक पहुंचे।
डा. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर फूल मालाएं अर्पित की गई। राहगीरों को लड्डू बांटे गए। इस मौके पर जिला परिषद चेयरमैन प्रतिनिधि सोहन सिंह राणा ने कहा कि डा. भीमराव अंंबेडकर ने छूआछूत, भेदभाव व जातिवाद को समाप्त करने के लिए देश हित में संविधान का निर्माण किया था।
संविधान में सबको बराबर का अधिकार दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमें कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति जागृत रहना चाहिए। अपने अधिकारों की बात करने के साथ-साथ कर्तव्यों को भी निष्ठा से निभाएं।
डा. भीमराव अंबेडकर के जीवन आदर्शो का अनुसरण करें। उन्होंने कहा कि डा. अंबेडकर ने संविधान में मनुष्यों के साथ-साथ बेजुबान जानवरों के लिए भी कानून बनाए। इस अवसर पर जिला पार्षद राजकिशन स्टोंडी ने कहा कि डा. बीआर अंबेडकर दार्शनिक लेखक, अर्थशास्त्री, न्यायविद, विद्वान और समाज सुधारक थे।
सामाजिक असमानता को दूर करने के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया। इससे पहले कार्यालय में हुई संगोष्ठी में पार्षदों और स्टॉफ सदस्यों ने डा. अंबेडकर के जीवन पर अपने विचार रखे। जिला परिषद की ओर से पहली बार इस तरह का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जिला पार्षद राजकिशन स्टोंडी, जिला पार्षद बलवान नरूखेड़ी, जिला पार्षद पालाराम वाल्मीकि, जिला पार्षद कृष्ण दादूपुर, जिला पार्षद मोहन सैनी, जिला पार्षद गुरदीप राणा बीजना, जिला पार्षद सुषमा पूर्णचंद, जिला पार्षद सुरेंद्र कांबोज व पार्षद प्रतिनिधि अमन सहित स्टॉफ सदस्य मौजूद रहे।