करनाल/समृद्धि पाराशर: दिनांक शुक्रवार 7 अप्रैल 2023 को नवीन जयहिन्द करनाल की सारस्वत ब्राह्मण धर्मशाला पहुंचे और प्रेसवार्ता की ।
जयहिन्द ने सभी करनाल वासियों को रविवार 23 अप्रैल को रोहतक के पहरावर गांव में होने जा रही भगवान् परशुराम जन्मोत्सव का पीले चावलों के साथ न्यौता दिया।
जयहिन्द ने बताया कि 104 वर्षीय दादा दुलीचंद कार्यक्रम के मुख्यातिथि रहेंगे क्योंकि दादा दुलीचंद की वजह से ही दो लाख विकलंगो, बुजुर्गो व विधवा महिलाओं की पेंशन बनी थी।
साथ ही जयहिन्द ने कहा कि हमने सभी 36 बिरादरी को न्योता दिया हैज़ जिसमे से बीती 1 अप्रैल को कुरुक्षेत्र की सभी 36 बिरादरी की धर्मशालाओ में पीले चावलों संग गड़रिया समाज धर्मशाला, जोगी समाज धर्मशाला, पंजाबी धर्मशाला, कश्यप राजपूत धर्मशाला, जाट धर्मशाला आदि में पीले चावल देकर 23 अप्रैल परशुराम जयंती का न्यौता दिया था।
प्रेसवार्ता के दौरान ब्राह्मण महासभा प्रधान जिले राम पिचोलियज़,प्रधान सुभाष शर्मा, प्रधान राम रत्न शर्मा(पानीपत), शिवचरण शर्मा, डॉ. सुरेश गौड़, ऋषि शर्मा, सुभाष शर्मा, श्याम लाल शर्मा, सुरेश शर्मा, नाथीराम शर्मा, सोमदत्त शर्मा, शिवपाल शर्मा, वीके शर्मा, आरके शर्मा, आत्माराम कौशिक, मोहनलाल, राज शर्मा, सुरेन्द्र भूषण, सुभाष शर्मा, प्रमोद शर्मा, अनूप संधू, सोनू पहलवान, जिले सिंह(असंध), संदीप घरौंडा आदि मौजूद रहे।
जयहिन्द ने कहा परशुराम जयंती के अवसर पर 22 अप्रैल को पहरावर की जमीन पर ही दोपहर 12 बजकर 12 मिनट से हवन का आयोजन किया जाएगा, नवीन जयहिंद ने बताया की हम पीले चावल देकर आम आदमी से लेकर पंच , सरपंच ,पार्षद विधायक , सांसद , मंत्री , पूर्व मुख्यमंत्री , मुख्यमंत्री व सभी सामाजिक कार्यकर्ताओ को भगवान परशुराम के जन्मोत्सव का निमंत्रण दे रहे है।
और सभी से अपील है की भगवान् परशुराम के मंदिर व मूर्ति निर्माण के यज्ञ में अपनी आहुति जरूर डाले , जयहिंद ने आगे बताया की आयोजन पहरावर की उसी जमीन पर होगा जिसको फरसाधारियो ने सर्वसमाज के साथ मिलकर फरसे के दम पर सरकार के कब्जे से छुड़वाया था।
जयहिंद ने आगे कहा की जन्मोत्सव में शामिल होने वाले सभी लोग फरसा लेकर पहुंचे क्यूंकि भगवान परशुराम जन्मोत्सव के अवसर पर इस बार चढ़ावा और प्रसाद भी ख़ास होगा इस बार भगवान को फरसे प्रसाद स्वरूप चढ़ाये जायेंगे साथ ही फरसे और देसी घी का प्रसाद ही बांटा जायेगा।
जयहिंद ने सभी से अपील की है कि आयोजन में शामिल होने वाले सभी लोग एक ईंट एक नोट लेकर पहुंचे जो मंदिर / मूर्ति बनवाने में इस्तेमाल किये जायेंगे। जयहिंद ने बताया की इस बार हरियाणा सहित यूपी , दिल्ली , राजस्थान , उत्तराखंड , हिमाचल यहाँ तक की जम्मू – कश्मीर से भी भगवान परशुराम के भक्त भी इस आयोजन में हिस्सा लेंगे। जयहिंद ने बताया की भगवान् परशुराम ने अन्याय के खिलाफ फरसा उठाया था श्री राम को धनुष बाण व् कृष्ण को सुदर्शन चक्र दिया था वह शिव शंकर के सबसे बड़े भक्त थे , वो गौ भक्त व् न्याय के देवता थे।