करनाल (भव्य नागपाल): अवैध निर्माण पर रोकथाम के लिए करनाल नगर निगम ने 88 इमारतों की लिस्ट जारी की है। यह लिस्ट पंचकुला स्तिथ शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय को भेज दी गई है। साथ ही 3 ऐसी ही अवैध ईमारतों को भी निगम ने सील करने की तैयारी कर ली है जिसे इसी सप्ताह अनजाम दिया जाएगा। शेष 88 भवनों के लिए विभाग के डायरेक्टर के दिशा निर्देश का इंतेज़ार है। जारी की गई छह पेज की यह लिस्ट में शहर के रसूख़दार और ज़्यादातर सभी राजनीतिक दलों से सम्बंध रखने वाले लागों के नाम हैं। लिस्ट के अनुसार सबसे ज़्यादा 25 अवैध इमारतें माडल टाऊन में, 19 चार चमन में, 10 कुंजपुरा रोड पर और 9 सर छोटू राम चौंक (नमस्ते चौंक) व देवीलाल चौंक के पास स्तिथ हैं। बाकि इमारतें सदर बजार, हांसी रोड, ओल्ड जी.टी. रोड, दुग्गल कालोनी और हस्पताल रोड की हैं।
अधिकारियों के अनुसार सरकार की ओर से एक लिमिट में अवैध भवनों के लिए पालिसी बनाई जा रही है जिसके तहत अवैध ढ़ंग से बनाए गए भवनों को ज़ुर्माना वसूल के साथ रेगुलर किया जाएगा। लेकिन यहाँ सवाल यह उठता है कि जिन अधिकारीयों के रहते यह इमारतें खड़ी हुईं, उन पर कब कार्यवाई की जाएगी ? नगर निगम कमिश्नर डा. प्रियंका सोनी के अनुसार, “अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी किए गए थे। सील करने वाली 3 इमारतों में से 2 को संभागीय आयुक्त द्वारा राहत दे दी गई है, लेकिन एक इमारत को 8 दिसंबर को सील कर दिया जाएगा। 88 भवन निर्माण की बात है, उनको पहले भी नोटिस दिए गए थे। डायरेक्टर यूएलबी की तरफ से सभी शहरों में सर्वे करवाया गया था। सरकार को इन्हें वन टाइम रिलेक्सेशन देनी है या नही, यह सरकार पर निर्भर है।”
वहीं 88 इमारतों पर गाज गिरने के बाद सभी में खलबली मच गई है। लेकिन सवाल यही कि क्या इस बार कोई कार्यवाई होगी या फिर से निगम के भ्रष्ट अधिकारियों की जेबें भर दी जाएँगीं। क्योंकि ऐसी लिस्टें पहले भी कईं आईं हैं लेकिन कार्यवाई के नाम पर इनको ठण्डे बस्ते में डाल दिया जाता है। पुख्ता सूत्रों की मानें तो जितनी भी यह अवैध इमारतें बनी हैं उसमें निगम के छोटे से बड़े कईं अधिकारियों ने खूब माल कमाया है। वहीं पूर्व में रहे दोनों निगम कमिश्नरों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं कि उनके रहते शहर में करोड़ों रूपए खर्च कर यह बहुमंजीला इमारतें कैसे बनती रहीं। सूत्रों के मुताबिक जहां इस मामले में खूब भ्रष्टाचार हुआ वहीं करनाल में मुख्यमंत्री खट्टर के नज़दीक रहने वाले कुछ प्रतिनीधियों व लोगों ने भी जहाँ मौका मिला वहां खूब माल कमाया है जिसके बारे में करनाल ज़िला के तकरीबन सभी भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को इस बात की जानकारी है लेकिन डर कर कोई भी कुछ नही बोलता है।