करनाल (भव्य नागपाल): सामाजिक-राजनीतिक संगठन स्वराज अभियान के संस्थापक सदस्य योगेंद्र यादव ने सी.एम. सिटी करनाल में हरियाणा प्रांत के स्वराज अभियान और जय किसान आंदोलन की बैठक ली। उन्होंने प्रदेश में किसान और युवा आंदोलन करने की घोषणा के साथ-साथ 5000 किसान सैनिक बनाने की भी बात कही। योगेंद्र ने राज्य में फसल को सरकार द्वारा तय एम.एस.पी. से कम पर खरीददारी ना करने और किसान की खेती योग्य ज़मीन कुर्की व निलाम नही होने देने की भी बात कहा।
रविवार को करनाल के जाट भवन में सामाजिक-राजनीतिक संगठन स्वराज अभियान की हरियाणा इकाई की प्रैसवार्ता हुई। इसमे मुख्य रूप से 2015 में आम आदमी पार्टी से अलग हुए किसान नेता और स्वराज अभियान के संस्थापक सदस्य योगेंद्र यादव मौजूद थे। पिछले दिनों दिल्ली में 20-21 नवम्बर को हुए ऐतिहासिक “किसान मुक्ति संसद” से प्रेरित होकर योगेंद्र यादव ने प्रदेश के एख लाख किसानों से किसान बिल पर हस्ताक्षर और प्रदेश से ही 5000 किसान सैनिक बनाने की घोषणा की। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा किसान मुक्ति संसद में ही लोखों किसानों की मौजूदगी में यह दो किसान बिल: किसान ऋण मुक्ति विधेयक और किसान क्रषि उत्पाद लाभकारी मूल्य गारंटी अधिकार बिल सर्वसहमति से पास हुए थे। इसी के चलते योगेंद्र ने 26 जनवरी तक प्रदेश के हर गांव तक इस बिल को लेकर जाने की बात कही। वहीं युवाओं के लिए यूथ फार स्वराज के अंतर्गत कालेजों में सबको सस्ती शिक्षा देने की बात भी कही गई।
पत्रकारों से बातचीत में हरियाणा की खट्टर सरकार को कानून एवं व्यवस्था पर सबसे निकम्मी सरकार करार दिया जिसमें रामपाल प्रकरण, जाट आंदोलन और राम रहीम वाले मामलों में योगेंद्र ने सरकार की “राजनीतिक शून्यता” पर सवाल उठाए। गुरूग्राम के प्रद्युमन मर्डर वाले मामले में योगेंद्र ने हरियाणा पुलिस की अगंभीरता को स्पष्ट करते हुए कहा कि “पुलिस समेत हरियाणा के नेता तो परिवार को घर जाकर यह कह रहे थे कि सी.बी.आई. में मत जाओ। अब परिणाम आपके सामने है।” हरियाणा में जाट आरक्षण के सवाल पर योगेंद्र ने भाजपा पर हरियाणा में और गुजरात में काग्रेस पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि दोनों पार्टियाँ जनता को आरक्षण के मुद्दे पर मूर्ख बना रहीं हैँ। इस मौके पर योगेंद्र यादव सहित राष्ट्रीय महासचिव अजीत झा, राष्ट्रीय संयोजक मनीश, प्रदेशाध्यक्ष प्रमजीत सिंह आदि मौजूद थे।