करनाल, 23 नवम्बर : श्री गुुरु तेग बहादुर हिंद की चादर साहिब जी के शहीदी दिवस पर दिल्ली से चलकर एक महान नगर कीर्तन करनाल पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। यह नगर कीर्तन श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी स्थान से चलकर जैसे ही करनाल पहुंचा तो बोले सो निहाल के जयकारों से मीरा घाटी चौंक गंूज उठा। नगर कीर्तन का स्वागत शिरोमणी कमेटी के सीनियर मीत प्रधान स. रघुजीत सिंह विर्क ने किया। इन्होंने आए हुए जत्थेदारों एवं सिख संगत का जोरदार स्वागत भी किया। इस नगर कीर्तन की अगुवाई पांच प्यारे कर रहे थे। सुंदर पालकी जिसमें श्री गुरुग्रथ साहिब जी विराज थे के आगे हजारों की संख्या में सिख श्रद्धालुओं एवं स्कूल बच्चों ने शीश नवाया। यह नगर कीर्तन करनाल के डेरा कार सेवा भी पहुंचा, जहां संत बाबा सुखा सिंह ने भी पांच प्यारों को सरोपा भेंट किए।
यह नगर कीर्तन करनाल के विभिन्न चौंकों से होते हुए तरावड़ी पहुंच गया। वहीं झंझाड़ी, शामगढ़ में भी भव्य नगर कीर्तन फूलों से स्वागत हुआ। जैसे ही नगर कीर्तन तरावड़ी पहुंचा तो नौंवी पातशाही शीशगंज गुुरुद्वारा रात का विश्राम किया। नगर कीर्तन शुक्रवार सुबह पांच बजे नाभा साहि की ओर रवाना होगा। इस नगर कीर्तन की अगुवाई कर रहे स. मनजीत सिंह ने संगत का धन्यवाद किया और कहा कि हिन्दुस्तान और कशमीरी पंडितों की रक्षा करने के लिए श्री गुरु तेग बहादुर जी ने दिल्ली में अपना बलिदान दिया था। दिल्ली से गुरु जी का शीश लेकर भाई जैता ङ्क्षसह जी तरावड़ी पहुंचे थे, जहां इन्होंने महाराज जी का शीश रखा था वहां पर आज भव्य गुरुद्वारा का निर्माण किया गया है।
यह रहे स्वागत करने वालों में मौजूद : एसजीपीसी के सदस्य भूपन्द्रि सिंह असंध, गुरुद्वारा मंजी साहिब के प्रधान बलकार सिंह, युवा प्रधान सुरिन्द्र पाल सिंह, पूर्व प्रधान सुखवंत ङ्क्षसह, सिख मिशनरी के इंचार्ज मंगप्रीत सिंह, चेतना जत्था के प्रधान स. जोगिन्द्र सिंह वड़ैच, हरदीप सिंह लागर, गुरतेज सिंह, पलविन्द्र सिंह, तजिन्द्र मान, जोगा सिंह, मंजीत सिंह, चरणजीत सिंह, गुरबख्श सिंह असंध, इन्द्रपाल सिंह, रतन सिंह सगगू, गुरमीत अखाड़ा के प्रधान गुरमीत सिंह भिंडर, बलविंद्र सिंह संधू, दविन्द्र सिंह काला, राजू चावला, जत्थेदार कुलबीर सिंह मुख्य रूप से मौजूद थे।