November 22, 2024

प्रद्युमन CBI केस पर हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज का बयान ,बेगुनाह को आरोपी बनाने के मामले में करेंगे सख्त कारवाही ,वही CBI के प्रद्युमन मामले में हुए नए खुलासे के बाद हरियाणा व गुड़गांव पुलिस कटघरे में ,देखें यह बड़ी खबर ! वही नोटबंदी व अन्य कई मुद्दों पर हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज लाईव ,देखें खास बातचीत

प्रद्युम्न मर्डर केस में सीबीआई के रायन स्कूल के 11वीं के छात्र को आरोपी बनाने के बाद पुलिस ने यू-टर्न ले लिया है। पुलिस का कहना है कि उसकी जांच किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची थी। केस में मौजूदा साक्ष्यों के आधार पर कंडक्टर को पकड़ा गया था। कंडक्टर ने जो बताया उसका साक्ष्यों से मिलान किया गया। इसके बाद शक की सूई उसी पर गई। पूछताछ में उसने गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने किसी भी तरह के दबाव से इनकार किया है। वहीं, प्रद्युम्न हत्याकांड पर स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने कहा कि इस प्रकरण में हरियाणा पुलिस ने बहुत बड़ी जल्दबाजी व गलती की है। अब सीबीआई ने सच्चाई को उजागर कर दिया है।

पुलिस कमिश्नर गुड़गांव के अलावा पुलिस कमिश्नर फरीदाबाद, डीसीपी साउथ, डीसीपी क्राइम, दो एसीपी, दो इंस्पेक्टरों के अलावा उनकी टीम के सदस्यों की जांच के बाद पुलिस ने कंडक्टर को अरेस्ट किया था। गुड़गांव पुलिस कमिश्नर संदीप खिरवार कई साल तक सीबीआई में रह चुके हैं। फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर हनीफ कुरैशी काफी तेज तर्रार हैं। इसके बावजूद सीबीआई के पुलिस की थ्योरी बदलने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। क्या पुलिस पर कोई राजनीतिक प्रेशर था? पुलिस और स्कूल मिलकर किसी बड़े आदमी के बच्चे को बचाना चाह रहे थे? क्या आरोपी स्टूडेंट के परिवार की ओर से कोई दबाव डाला गया?

डीसीपी साउथ अशोक बख्शी ने वारदात के बाद मीडिया को बताया था कि इस केस में कंडक्टर ही आरोपी है। उनका दावा था कि हत्या में कोई और शामिल नहीं है। पुलिस कमिश्नर संदीप खिरवार ने बाकायदा कंडक्टर को अरेस्ट कर मीडिया से बातचीत में टीम की पीठ थपथपाई थी। पुलिस को यह तक नहीं पता है कि सीबीआई ने इस केस में किस स्टूडेंट को डिटेन किया है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि उन्होंने कंडक्टर की गिरफ्तारी में जल्दबाजी नहीं की। उस वक्त के साक्ष्य और क्राइम सीन के साथ कंडक्टर के बयान के मैच होने के बाद उसकी गिरफ्तारी हुई। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनको जांच के लिए कम समय मिला। अभी तक इस केस में फरेंसिक रिपोर्ट भी नहीं आई है। कई सवालों से पुलिस कमिश्नर बचते भी नजर आए

 

 

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