हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल प्रसंघ के चेयरमैन चन्द्रप्रकाश कथूरिया ने कहा कि जल प्रकृति द्वारा व्यक्ति को दिया अनमोल तोहफा है। जल के बिना जीवन असंभव है इसलिए हम सबका कर्तव्य है कि जल को बचाये। इसके लिए हमें ऐसी आधुनिक तकनीकों को अपनाना चाहिए जिससे जल का कम उपयोग हो और जल अनावश्यक रूप से न बहे। हमें खेती के तरीकों में भी परिवर्तन करने की आवश्यकता है।
चन्द्रप्रकाश कथूरिया आज अनाज मंडी में अंगद एग्रोटैक द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। मुख्य अतिथि का कार्यक्रम में पहुंचने पर रिटायर्ड ए.डी.सी. नरेन्द्र कुमार, करतार सिंह सिंधड़, डा. पहुप सिंह व दीपक चौधरी ने स्वागत किया।
मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम जिस तरह से आज जल का अधिक मात्रा में और अनावश्यक रूप से प्रयोग कर रहे हैं, वह आने वाले समय में हमारे लिए खतरे की घंटी है। आज जल का स्तर अधिक मात्रा में नीचे गिर गया है। इसके आज कई गंभीर परिणाम हमारे सामने है। कई जगह पर पीने योग्य पानी भी दूषित हो चुका है। यदि हम समय रहते सचेत न हुए तो आने वाले समय में हमें पीने योग्य पानी मिलना भी दुश्वार हो जाएगा।
चेयरमैन चन्द्रप्रकाश कथूरिया ने किसानों का आह्वान किया कि वह खेती में आधुनिक तरीकों को अपनाए जिससे कम पानी से फसलों को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को जल बचाने का संकल्प लेना चाहिए। फिर चाहे हम घर में हो या फिर बाहर। इसके अलावा उन्होंने अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने का भी उपस्थितजनों से आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमें प्रकृति का संतुलन बनाए रखना चाहिए क्योंकि प्रकृति से ही हमारा जीवन है।
इससे पहले पूर्व ए.डी.सी. नरेन्द्र कुमार व डा. पहुप सिंह ने अपने विचार व्यक्त किए।