करनाल (भव्य नागपाल): करनाल का इंद्री यमुनानगर स्टेट हाईवे एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार भी ओवरलोडिड ट्रकों की तेज रफ़्तार के कारण। एक बार फिर एक ऐसे ही ट्रक ने पती-पत्नी की जान ले ली। वहीं तीन अक्टूबर को हूबहू ऐसे ही एक हादसे में ऐसे ही ओवरलोडिड ट्रक ने पती-पत्नी समेत दो बच्चों को कुचल दिया था जिसके बाद चारों की मौत हो गई थी। हम आपको बता दें कि सालों से इंद्री यमुनानगर स्टेट हाईवे को चौड़ा व फोर लेन किये जाने की मांग उठ रही है, वही इस खूनी हाईवे पर 24 घंटे टफ रफ़्तार से रेते व बजरी से भरे हुए ओवरलोड ट्रक चलते है। अब इस ताज़ा हादसे के बाद शहर के क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (RTA), माईनिंग विभाग समेत पुलिस प्रशाशन पर एक बार फिर उंगलियाँ उठ रही हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक हादसा होने के बाद भी ट्रक चालक बीबीपुर के रहने वाले बाईक सवार दंपती को काफी दूरी तक घसीटता चला गया और बाद में अपना ट्रक छोड़ फरार हो गया। करनाल इंद्री का यह स्टेट हाईवे सिंगल रोड़ हाईवे है जो एक खुनी हाईवे के नाम से भी जाना जाता है, यहाँ रोजाना कोई न कोई इसी तरह का हादसा होते हैं लेकिन फिर भी ना ही प्रशासन की तरफ से और ना ही पुलिस की तरफ से ओवरलोडिड ट्रकों को पकड़ने के लिए कभी यहाँ नाका लगाया गया है। वही इस हाईवे पर इन्हीं अधिकारियों, खनन माफियाओं व कुछ नेताओं के इशारे पर यह सभी रेते और बजरी से लोडिड गाड़िया बगैर चेकिंग के यहाँ से गुजरती है जिनसे इसी तरह के पहले भी कई हादसे पेश आ चुके है।
वही हमारी पड़ताल में यह भी सामने आया है की इस तरह की सभी गाड़ियों इसी हाईवे पर जगह जगह बने ढाबों पर रुके रहते है और जब इन्हें खनन माफिया सिग्नल देते है तब यह एक साथ सभी ट्रक इसी तरह से तेजी से हाईवे को क्रॉस कर जाते है। वही इस सिंगल रोड़ खूनी स्टेट हाईवे को सालों से चौड़ा व फोर लेन किये जाने की मांग इंद्री व करनाल वासियों की तरफ से की जाती आ रही है और सभी सरकारों व विधायकों ने अपने मेनिफेस्टो में भी यह वादा कईं बार कर चुके हैं। लेकिन जो आज तक पूरा नहीं हुआ है, पिछले एक साल से कुछ काम शुरू हुआ है पेड़ काटे जाने का वह भी बड़ी ही धीमी गति से चल रहा है।