डीएवी पीजी कॉलेज में कानूनी जागरूकता प्रकोष्ठ की ओर से विद्यार्थियों के लिए कानूनी जागरूकता बारे एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यअतिथि के रूप में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट वाईके कालिया ने शिरकत की। प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी, प्रकोष्ठ की अध्यक्षा डॉ. रितु कालिया, डॉ. राजेश शर्मा, डॉ. संजय जैन, डॉ. सीमा शर्मा ने एडवोकेट कालिया का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने कहा कि विद्यार्थी समाज में कानून के बारे में जागरूकता फैलाकर लोगों को उनके अधिकारों के प्रति सचेत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में जागरूकता के माध्यम से ही परिवर्तन लाया जा सकता है और लोगों में कानूनी जागरूकता आ सकती है। एडवोकेट कालिया ने विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए हिंदू मैरिज एक्ट, दहेज प्रथा, महिला सशक्तिकरण अधिनियम, वरिष्ठ नागरिक अधिनियम 2007, बच्चा गोद लेने की कानूनी प्रक्रिया के बारे में विस्तार के साथ जानकारी दी। इसी के साथ उन्होंने विद्यार्थियों को छेड़छाड़, यौन शोषण, घरेलू हिंसा आदि गंभीर अपराधों के प्रति कानूनी कार्रवाई बारे अवगत कराया।
कालिया ने कहा कि परंपराओं के पीछे वैज्ञानिक दृष्टीकोण है। जोकि मानव जाति के हित मेें है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण अधिकार ने नारी को समाज में समानता तो दी है, लेकिन पुरूष प्रधान समाज में पुरूषों को नारी के प्रति अपनी मानसिकता में बदलाव लाना होगा। इसके बाद ही नारी को पूरा सम्मान मिल पाएगा और समाज से दहेज प्रथा, कन्या भ्रुण हत्या, नशा सहित अन्य बुराईयों को दूर किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में नारी को देवी के रूप में पूजा जाता है। जबकि अन्य किसी संस्कृति में ऐसा नहीं है। उन्होंने बताया कि लड़की दो परिवारों के बीच का सेतु है, जो दोनों को आपस में जोड़े रखती है। इसलिए युवाओं को सोच बदलकर समाज में जागरूकता फैलाने का काम करना चाहिए। वहीं सीनियर सिटीजन एक्ट के बारे में बताते हुए कहा कि इस एक्ट ने बुजुर्गों को बुढापे में सहारा देने का काम किया है। इससे बुजुर्गो की तकलीफों में बहुत कमी आई है और उन्हे मान सम्मान मिला है। कार्यक्रम के अंत में संचालिका एवं प्रकोष्ठ की अध्यक्षा डॉ. रितु कालिया ने कहा कि विद्यार्थियों को कानून के प्रति जागरूक होकर दूसरों को भी जागरूक करने से उनका एक आदर्श नागरिक होने का कर्तव्य पूर्ण होगा। प्राचार्य डॉ. सैनी और डॉ. रितु कालिया ने मुख्य अतिथि को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर प्रो. अमरीश, प्रो. अंशू जैन, प्रो. बलराम शर्मा, प्रो. रविंद्र, प्रो. आमोल सहित विद्यार्थी मौजूद रहे।