करनाल (भव्य नागपाल, मालक सिंह): अब हरियाणा की शुगर मिलों को घाटे से उभारने के लिए नई तकनीक की मशीनों को शुगर मिलों में लगाया जाएगा। इसके साथ ही गन्ने की फसल को और अधिक बेहतर बनाने व शुगर मिलों के नुक्सान को फायदे में बदलने के लिए आस्ट्रेलिया की शुगर मिलों की तकनीक पर काम किया जाएगा। जिससे शुगर मिल के कर्मचारियों और किसानों का आर्थिक विकास होगा।
यह जानकारी हरियाणा शुगरफैड के चेयरमैन चन्द्रप्रकाश कथूरिया ने आस्ट्रेलिया से बातचीत के माध्यम से दी। हम आपके बता दें कि हरियाणा सरकार का प्रतिनिधिमंडल सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर के नेतृत्व में इस समय आस्ट्रेलिया में गन्ना शुगर मिलों का जायजा ले रहा है।
आस्ट्रेलिया पहुंचने पर प्रतिनिधिमंडल का स्वागत आस्ट्रेलिया सन शाइन शुगर मिल के चेयरमैन एइन नेपलम द्वारा किया गया। चेयरमैन कथूरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके अलावा इस दल में कुरुक्षेत्र से विधायक सुभाष सुधा, हैफेड एम.डी. सुप्रभा दहिया, शुगरफैड के एम.डी. रमेश बिदान, शुगरफैड के टैक्नीकल एडवाइजर अशोक कुमार मलिक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि शुगरफैड के अधिकारी आस्ट्रेलिया की शुगर मिलों की तकनीक पर बारीकी से अध्ययन कर रहे हैं। वहां की बेहतर तकनीक को हरियाणा की शुगर मिलों में इस्तेमाल किया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल ने आज आस्ट्रेलिया की गोल्ड कोर्स सिटी के पास प्रसिद्ध सन शाइन शुगर मिल का दौरा किया व वहां की गन्ना खेती का भी जायजा लिया। सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर व चेयरमैन चन्द्रप्रकाश कथूरिया ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की। उन्होंने वहां के गन्ना उत्पादक किसानों से बातचीत कर वहां के मौसम और उससे फसल पर प्रभाव को लेकर भी चर्चा की।
चन्द्रप्रकाश कथूरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि यहां पर शुगर मिल पूरी तरह से अत्याधुनिक हैं और यहां पर मिल में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या मात्र 80-90 होती है जबकि हरियाणा की प्रत्येक शुगर मिल में काम करने वाले की संख्या 500 के करीब होती है। उन्होंने बताया कि कई महत्वपूर्ण जानकारियां आस्ट्रेलिया की शुगर मिलों व यहां के किसानों से मिली है, जिनसे हरियाणा की शुगर मिलों को काफी फायदा पहुंचेगा।