करनाल। घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा है कि तीनों कृषि अधिनियम किसानों के दूरगामी हित में हैं लेकिन कांग्रेस समाज को बरगला कर अपना राजनीतिक स्वार्थ साधकर उन्हें गुमराह करने का काम कर रही है, कांग्रेस की ये सोच पूर्णतया गैर जिम्मेदाराना और दुर्भाग्यपूर्ण है।
देश के अन्नदाता किसान को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भाजपा चिंतन मंथन के बाद ये अधिनियम लेकर आई है ताकि किसानों की आय दोगुनी हो, उनका जीवन स्तर ऊंचा हो, इसमे किसानों को पूरी आजादी है और वह मंडी या मंडी से बाहर भी फसल बेच सकते हैं। खरीद प्रक्रिया के इन दिनों में विपक्ष अनाजमंडियों के बारे में भी भ्रांतियां फैला रहा है, जबकि प्रथम अधिनियम के तहत किसान अपनी फसल किसी भी मंडी में बेच सकता है, उसे किसी भी मंडी में फसल बेचने की पूरी आजादी रहेगी।
प्रेस को जारी बयान में घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा कि कांग्रेस अपनी राजनीति चमकाने के लिए जनहित के कार्यों में रुकावट डालकर किसानों को भड़काकर तरह तरह की भ्रांतियां फैला रही है, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में लागू नहीं किया और जब भाजपा जनहित, समाजहित में अब इस पर काम कर रही है तो उससे बर्दाश्त नहीं हो रहा।
सच तो यह है कि इन तीनों अध्यादेशों के लागू होने के बाद आने वाले समय में किसान की आमदन को दोगुना करने के लक्ष्य को बल मिलेगा। भाजपा ने हमेशा राष्ट्र की मजबूती के लिए काम किया है तथा देश की अर्थव्यवस्था किसान की मजबूती के बिना संभव नहीं है इसलिए ये तीनों अध्यादेश राष्ट्र व किसान हित में गहरे अध्यन्न के पश्चात लाए गए हैं।
स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट जो कि कांग्रेस के कार्यकाल में आई थी तथा यही कांग्रेस जो आज किसानों को भड़काने का काम कर रही है उस समय किसानों के हित में आई स्वामीनाथन की सिफारिशों पर कोई काम नहीं कर पाई तथा वास्तव में एमएसपी बढ़ाने सहित अन्य उन सिफारिशों पर भाजपा सरकार ने गंभीरता से कार्य किया जो कि बिना विचारधारा वाली कांग्रेस पार्टी को हजम नहीं हो पा रहा है।
किसानों के भले के लिए बनाए गए अध्यादेशों को गलत साबित करने के लिए कांग्रेस हर तरह के ओच्छे हथकंडें अपना रही है तथा समाज को भ्रमित करने का दुर्भाग्यपूर्ण कार्य कर रही है लेकिन कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि सच्चाई को ज्यादा समय तक दबाया नहीं जा सकता और इस सच्चाई को भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ के नेतृत्व में जन जन तक पहुंचाने का कार्य करेगा।
जहां मंडी व्यवस्था व न्यूनतम समर्थन मूल्य बदस्तूर जारी रहेगा वहीं आने वाले समय में किसानों की आय बढ़ाने में यह उठाए गए कदम मील का पत्थर साबित होंगे तथा कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों को मुंह की खानी पड़ेगी।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने पिछले 6 वर्षों में हर वर्ग की बेहतरी व प्रगति के लिए जहां अनेकों ऐतिहासिक फैसले लिए हैं वहीं पारदर्शिता को बढ़ाते हुए व्यवस्था को मजबूत करने का काम किया है और भविष्य में भी व्यवस्था मजबूती का ये कार्य जारी है।