मुख्यमंत्री सुबह 11 बजे डा. मंगल सैन ऑडिटोरियम में प्रदेश के प्रगतिशील किसानों से करेंगे संवाद, कार्यक्रम में भाग लेने वालों से उपायुक्त ने की अपील, कोविड के नियमों का करें पालन, सोशल डिस्टैंसिंग व मास्क का हो प्रयोग।
करनाल 3 अक्तूबर, करनाल शहर में आने वाले लोगों का अभिवादन करती नमस्ते की प्रतिमा तथा दीनबंधू सर छोटू राम चौंक पर बने कर्णद्वार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल रविवार को जनता को समर्पित करेंगे।
इस मौके पर जनसभा का आयोजन भी किया जाएगा। इससे पहले मुख्यमंत्री रविवार को प्रात: 11 बजे डा. मंगल सैन ऑडिटोरियम में आयोजित राज्य स्तरीय प्रगतिशील किसान सम्मेलन एवं कृषि विधेयकों पर सीधा संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे।
इन सभी कार्यक्रमों के सफल आयोजन को लेकर उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण और वहां उपस्थित अधिकारियों को कार्यक्रमों की तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को मद्देनजर रखते हुए कार्यक्रम में सोशल डिस्टैंसिंग का ध्यान रखा जाए, मास्क का प्रयोग करें तथा सैनिटाईज होकर ही कार्यक्रमों में शामिल हों। इसके लिए समारोह स्थलों पर मास्क व पर्याप्त मात्रा में सैनिटाईजर उपलब्ध होने चाहिएं।
एन.एच.-44 पर दीनबंधू सर छोटू राम की प्रतिमा के साथ नगर निगम की ओर से निर्माणाधीन नमस्ते की आकृत्ति का काम पूरा हो गया है, इस पर करीब 15 लाख रुपये का खर्च आया है। पिछले कुछ सालों से गायब आकृत्ति के दोबारा स्थापित होने से लोगों की जुबान पर चढ़ा नमस्ते चौक का नाम फिर से सजीव होने जा रहा है।
पहले और अब की आकृत्ति में अंतर यह है कि इसे कंक्रीट की बजाए मजबूत फाईबर से 14 फुट ऊंचा बनवाया गया है, जो 10 फुट बेस पर स्थापित किया गया है। अब इसके आस-पास स्टेनलेस स्टील की ग्रिल, लाईटें, खूबसूरत स्टोन और सजावटी घास लगाई जा रही है।
शनिवार को उपायुक्त एवं नगर निगम के आयुक्त निशांत कुमार यादव ने निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नमस्ते चौक स्थल का दौरा कर इसका निरीक्षण किया और संकेत दिए कि शिष्टाचार मुद्रा वाली नमस्ते की आकृत्ति का अनावरण मुख्यमंत्री रविवार को अपने हाथों से करेंगे।
उपायुक्त के अनुसार कर्ण द्वार और चौधरी छोटू राम पार्क के मध्य की सड़क अब चौड़ी करके 7 से 10 मीटर बना दी गई है, इससे यहां से गुजरते बड़े वाहनों को अब मुडऩे में परेशानी नहीं होगी, इससे द्वार और पार्क स्थल को भी कोई क्षति नहीं पहुंचेगी।
उन्होंने बताया कि कर्ण द्वार के नीचे पिलर के चारों और कंक्रीट युक्त ब्लॉक लगा दिए गए हैं। लाईटें पहले से लगाई हुई हैं, रिफ्लेक्टिव टेप से रात्रि के समय इसकी सुरक्षा बढ़ जाएगी, ताकि जल्दबाजी में कोई भी वाहन पिलरों से टकरा ना सके। इस द्वार के कार्य पर करीब 46 लाख रुपये खर्च आया है। इस द्वार का भी मुख्यमंत्री रविवार को सायं 6 बजे अनावरण करेंगे।