- पूर्वी वेस्टर्न बाईपास पक्के पुल मधुबन से नेवल को होते हुए यमुनानगर के रास्ते को जोड़ा जाएगा,
- उपायुक्त ने कंपनी के अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश।
करनाल 6 अगस्त: घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मधुबन पक्का पुल से नेवल को होते हुए यमुनानगर के रास्ते को मिलाने के लिए पूर्वी वेस्टर्न बाईपास बनाने की घोषणा की थी। इस बाईपास को बनाने के लिए प्रक्रिया आरंभ हो गई है। वीरवार को कंपनी व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ इस बारे रूपरेखा बनाई गई, शीघ्र ही इस बाईपास को बनाने के लिए काम शुरू होगा।
विधायक ने बताया कि कंपनी के अधिकारियों ने आज लघु सचिवालय के सभागार में पूर्वी वेस्टर्न बाईपास को बनाने के लिए जो रोडमैप बनाया है उसका आंकलन किया गया है। उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा यह बाईपास दो तरीके से बनाने का सुझाव दिया है, परंतु उन्होंने कहा कि भविष्य को देखते हुए यह बाईपास अव्वल दर्जे का होना चाहिए। यदि समय को देखते हुए सड़क भी चौड़ी की जाए तो उसके लिए अभी
इतनी जगह का अधिग्रहण किया जाए कि आने वाले समय में कोई दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि यह बाईपास डबल्यूजेसी पर बनना प्रस्तावित है, परंतु दूसरा रास्ता कंपनी द्वारा सुझावा गया है कि इस बाईपास के लिए पूरी जमीन अधिग्रहण करके ही बाईपास बनाया जाए। विधायक ने सुझाव दिया कि यह बाईपास ऊंचासमाना गांव के ऊपर से निकाला जाए ताकि यह बाईपास पंडित दीनदयाल उपाध्याय आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय को भी जोड़े।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि पूर्वी वेस्टर्न बाईपास को बेहतर बनाया जाएगा और यह बाईपास ऐसा होगा जो सभी मार्गों को जोड़ेगा। कंपनी के अनुसार यह मार्ग करीब 22 किलोमीटर लम्बा होगा। इस बाईपास पर सुविधा अनुसार पुल बनाए जाएंगे और हर प्रकार की सुविधाएं इस बाईपास पर दिए जाएंगे ताकि किसी को भी लोकल स्तर पर कोई दिक्कत न हो।
इस अवसर पर सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता संजय राहड़, जिला राजस्व अधिकारी श्याम लाल सहित कंपनी के अधिकारी उपस्थित थे।