April 19, 2024
  • मिरग्यान गांव में सरकारी जमीन पर पीएचसी का निर्माण दोबारा होगा शुरू,
  • उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने गांव का दौरा कर सारी स्थिति का जायजा लेने के बाद अधिकारियों को पीएचसी का निर्माण शुरू करने के दिए निर्देश।  

करनाल 9 जुलाई: करनाल-मेरठ रोड स्थित मिरग्यान गांव में करीब 13 कनाल पंचायती जमीन पर प्राईमरी हैल्थ सेंटर का निर्माण दोबारा शुरू होगा। इस जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए दो-तीन मकानो के बाशिंदो का पूर्नवास किया जाएगा, इसके लिए कैबिनेट से मंजूरी लेंगे।

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने गुरूवार को मिरग्यान गांव में पीएचसी स्थल का दौरा कर ग्रामीणो को यह बात कही। चेतावनी भी दी कि सरकारी काम में बाधा डालने वाले व्यक्ति के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।

दौरे में उपायुक्त ने मौके पर मौजूद लोक निर्माण विभाग (भवन) के कार्यकारी अभियंता राज कुमार नैन को निर्देश दिए कि पीएचसी की जगह पर विवाद जैसी कोई बात नहीं, जल्द से जल्द इसकी बिल्डिंग का काम शुरू करवाएं। एक साईड की बाउण्डरी वाल पहले ही बनाई जा चुकी है, आगे का काम करें। उन्होंने करनाल की बीडीपीओ कंचन लता को निर्देश दिए कि गांव में ऐसी जगह तलाश की जाए, जो पूर्नवास के लिए उपयुक्त हो।

उन्होंने कहा कि गांव में सरकारी जमीन पर बेशक कुछ लोग कब्जा किए बैठे हैं, फिर भी प्रशासन व सरकार की उनके साथ पूरी सहानुभूति है। पूर्नवास के लिए प्लॉट देने की प्रक्रिया कैबिनेट से ही होगी, लेकिन प्रक्रिया तब शुरू होगी, जब लोग कॉआपरेट यानि सहयोग करेंगे।

उपायुक्त ने ग्रामीणो को बताया कि पीएचसी का निर्माण सरकारी जमीन पर किया जा रहा है, इसे लेकर मुख्यमंत्री हरियाणा के भी आदेश हैं कि इस जमीन पर जो भी कब्जे हैं, उन्हें खाली कराया जाए। इसके लिए पंचायत से रेजूलेशन ले लिया जाए, जिसमें यह भी हो कि कब्जाधारियों के लिए गांव में अन्यत्र सरकारी जमीन पर प्लॉट देकर कोई व्यवस्था की जाए।

उपायुक्त ने मौके पर उपस्थित सिविल सर्जन करनाल से कहा कि पीएचसी स्थल पर निर्माण को लेकर अब किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आएगी। ग्रामीणो से उन्होंने कहा कि पीएचसी के बनने से लोगों को उनके घर द्वार पर ही स्वास्थ्य सम्बंधी सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी, उनका जीवन स्तर अच्छा होगा और स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए उन्हें गांव से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। इस अवसर पर गांव के सरपंच शेर सिंह भी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.