करनाल (भव्य नागपाल): दयाल सिंह कॉलेज में आज जमकर हंगामा हुआ। करनाल में कार्यरत असिस्टेंट कमिश्नर ने कॉलेज के अंदर प्रोफेसर्स से बदतमीजी की जिसके बाद स्टूडेंट्स ने असिस्टेंट कमिश्नर का घेराव किया। वहीं, असिस्टेंट कमिश्नर ने माफ़ी माँग कर दूसरे गेट से निकलकर अपनी जान बचाई।
करनाल के दयाल सिंह कॉलेज में आज सुबह सवा दस बजे के करीब अचानक जमकर हंगामा हुआ । मामला तब भड़का जब पी.एफ. विभाग में कार्यरत असिस्टेंट कमिश्नर अपनी भारत सरकार लिखी निजी XUV गाड़ी कॉलेज के अंदर लाने पर अड़ गए। रोज़ाना की तरह असिस्टेंट कमिश्नर कॉलेज के अन्दर साईंस ब्लॉक तक अपनी लड़की को छोड़ने आते है। आज गाड़ी अन्दर ना लेकर जाने पर उनकी कॉलेज प्रबंधन व गेट के सिक्योरिटी गार्ड से कहासुनी हो गई। सिक्योरिटी गार्ड की तरफ से पहले भी उन्हें कई बार मना किया गया था। आज भी जब उनकी गाड़ी ने जबरन गेट खुलवाकर अंदर आने की कोशिश की तो कॉलेज के कुछ सीनियर प्रोफेसर्स ने उन्हें मना किया लेकिन असिस्टेंट कमिश्नर साहब को अपने पद का गरूर था और उन्होंने प्रोफेसर्स को ही अपशब्द बोलने शुरू कर दिए। प्रोफेसर्स से गाली गलोच भी करने लगे।
बस फिर क्या था देखते ही देखते कॉलेज के तमाम स्टूडेंट्स वाह इक्ट्ठा होना शुरू हो गए और कमिश्नर साहब के खिलाफ़ हंगामा शुरू कर दिया। इतने में तमाम कॉलेज के प्रोफेसर्स और टीचर्स भी वहाँ पहुँच गए और स्टूडेंट्स के गुस्से से बचाने के लिए असिस्टेंट कमिश्नर को अंदर प्रिंसिपल के रूम में बिठा दिया गया। बाहर स्टूडेंट्स, असिस्टेंट कमिश्नर के खिलाफ नारेबाजी करने लगे और माफ़ी माँगने के नारे लगाते रहे। मामला बढ़ता देख असिस्टेंट कमिश्नर को कॉलेज के दूसरे गेट से बाहर निकाला गया। वही जब इस मामले में करनाल ब्रेकिंग न्यूज़ ने कॉलेज प्रबंधन से बात करनी चाही तो उन्होंने कैमरे के सामने तो कुछ बोलने से मना कर दिया लेकिन उन्होंने बताया की असिस्टेंट कमिश्नर अपनी गाड़ी से रोजाना बेटी को छोड़ने आते हैं। उन्हें पहले भी मना किया गया था की गाड़ी अंदर क्लास तक नहीं ला सकते लेकिन आज भी उन्होंने अंदर जबरदस्ती गाड़ी घुसा दी और उनके एक सीनियर प्रोफ़ेसर से भी उन्होंने बदतमीजी की हालाँकि बाद में उन्होंने अपनी गलती मानी और वह यहाँ से रवाना हो गए।
यहाँ मामला अपने पद के ग़लत इस्तेमाल का है। कॉलेज में मौके पर मौजूद कुछ छात्राओं ने भी यह बात कही कि चाहे कॉलेज के बाहर का कानून हो या कॉलेज के अन्दर का नियम, सबके लिए बरारबर होने चाहिए।