उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को घबराने की जरूरत नहीं है। लॉकडाउन की अवधि समाप्त होने के बाद जो श्रमिक यहां काम करने के इच्छुक हैं, उन्हें सामान्य मजदूरी से ज्यादा दिहाड़ी मिलेगी तथा जो श्रमिक अपने घर जाना चाहते हैं उनके भेजने की व्यवस्था की जाएगी।
उपायुक्त शुक्रवार को नीलोखेड़ी में स्थापित राधास्वामी ब्यास सत्संग भवन में रह-रहे प्रवासी मजदूरों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लेने उपरांत श्रमिकों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने श्रमिकों से पूछा कि यहां पर तुम्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत तो नहीं है, किसी का स्वास्थ्य तो खराब नहीं है, खाना ठीक प्रकार से मिल रहा है तथा बच्चों को दूध दिया जा रहा है, इस पर पंजाब से आए श्रमिक कैलाश ने बताया कि हमें शैल्टर होम में बढिय़ा खाना, चिकित्सा सुविधा के साथ-साथ योगा भी करवाया जा रहा है। इतना ही नहीं संस्था की ओर से प्रवचन भी सुनाए जाते हैं, यहां हमें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है।
उपायुक्त ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के चलते प्रवासी मजदूरों व गरीब लोगों की मदद करना एक पुण्य का कार्य है। संकट की इस घड़ी में राधास्वामी ब्यास संस्था बढ़चढ़ कर प्रशासन को पूरा सहयोग दे रही है तथा प्रवासी मजदूरों को ना केवल भरपेट भोजन की व्यवस्था कर रही है बल्कि उन्हें घर जैसा माहौल दिया जा रहा है जोकि एक सराहनीय कार्य है।
उपायुक्त ने राधास्वामी संस्था से जुड़े सभी श्रद्धालुओं का आभार प्रकट किया और कहा कि इन्हें किसी प्रकार की दिक्कत ना आने दें। इन्हें सैनिटाईजर, मास्क भी उपलब्ध करवाएं तथा सोशल डिस्टैंस बनाए रखने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि सभी शैल्टर होम में मच्छरों से बचाव के लिए स्पे्र करवाया जाएगा तथा सैनेटाईजर उपलब्ध करवाए जाएंगे।
उपायुक्त ने इस मौके पर प्रशासन की ओर से 84 प्रवासी मजदूरों को किट वितरित की जिसमें साबुन, टूथपेस्ट, टूथब्रश, शैम्पू पाऊच इत्यादि आवश्यक वस्तुएं शामिल थी। इस अवसर पर नीलोखेड़ी के पूर्व विधायक भगवानदास कबीरपंथी, करनाल के एसडीएम नरेन्द्र पाल मलिक, नीलोखेड़ी के तहसीलदार जोध सिंह, राधास्वामी सत्संग भवन की ओर से प्रधान चौधरी जिले सिंह, सचिव बलविन्द्र सिंह, सदस्य हरीश चावला, श्याम सुंदर, गणपत राय, सामाजिक कार्यकर्ता देव दुआ उपस्थित रहे।