सोमवार को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को सीबीआई के जज जगदीप सिंह ने यौन शोषण मामले में सजा सुनाई है। जिसके बाद पहले बताया जा रहा था कि राम रहीम को 10 साल की सजा सुनाई गई है। लेकिन शाम होते होते सब कुछ साफ हो गया। रोहतक की सुनारिया जेल को कोर्ट परिसर बनाए जाने के बाद आरोपी राम रहीम को सजा सुनाई गई है। सोमवार की शाम को यह खबर आई की आरोपी राम रहीम को दो केसों में 10-10 साल की अलग अलग सजा काटनी होगी।
कोर्ट द्वारा कहा गया है कि राम रहीम को रेप केस में पीड़िता को 14-14 लाख रुपए मुआवजा देना होगा और 30 लाख रुपए जुर्माने के तौर पर देना होगा। राम रहीम को मिली 20 साल की सजा के बाद अब साफ हो गया है कि राम रहीम 2037 तक जल में चक्की चलाएंगे। सीबीआई ने राम रहीम पर 20 साल की सजा पर मुहर लगाई है। सीबीआई प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने इसकी पुष्टी की है। राम रहीम को 10-10 साल की दोनों अलग अलग सजा काटनी होगी। अब बलात्कारी बाबा को 20 साल की सजा पर पुष्टी की गई है।
राम रहीम के वकील ने कोर्ट को बताया कि राम रहीम ने कई सारे सामाजिक काम किया है। इसके साथ ही वकील ने डेरा प्रमुख की जेल को भी बदलने की मांग की। लेकिन जज ने कहा कि कहा है कि राम रहीम को अन्य कैदियों जैसा ही खाना और जेल में डाला जाएगा। हालांकि राम रहीम के पास अपनी सजा के खिलाफ हाईकोर्ट जाने का विकल्प बचा हुआ है। राम रहीम पर सजा सुनाए जाने के दौरान उसकी आंखों में आंसू दिखाई दे रहे थे और वह जज से माफी की गुहार लगा रहा था।
70 साल की उम्र तक राम रहीम जेल में ही रहेगा। दूसरी तरफ डेरा समर्थकों ने सजा सुनाए जाने के बाद दो गाड़ियों में आग लगा दी। लेकिन जानकारी आई है कि डेरा प्रेमियों ने अपनी ही गाड़ियों में आग लगाई है। ऐसा उन्होंने हिंसा का फैलान के लिए किया। दो गाड़ियों में आग लगाने की सूचना कोर्ट को भी दी गई। लेकिन देखने वाली बात यह है कि 25 अगस्त को राम रहीम को दोषी पाए जाने के बाद डेरा समर्थकों ने खूब हंगामा किया था। पंचकूला में सबसे ज्यादा हिंसा देखी गई थी। लेकिन सजा सुनाए जाने के बाद राम रहीम फर्श पर बैठ गया और रोने लग गया। वह जज से रहम की भीख मांगने लग गया था।