डेरा चीफ राम रहीम के लिए सीबीआई अधिकतम सजा यानी आजीवन कारावास की मांग कर सकती है। सीबीआई के स्पेशल जज रोहतक जेल में सजा का ऐलान करेंगे, जहां बलात्कार के दोषी करार दिए जा चुके राम रहीम को रखा गया है। मामले से वाकिफ टॉप सूत्रों ने बताया कि रेप के जिस मामले में राम रहीम को सजा दी गई है, वह दुर्लभ किस्म का मामला है और इसमें सख्त से सख्त सजा हो सकती है। यह मामला एक रेप का नहीं बल्कि पीड़िता के बार-बार यौन शोषण का है।
एक सीनियर अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया, ‘यह नॉर्मल केस से अलग है, जहां पीड़िता एक बार शिकार होती है। दरअसल, इस मामले में पीड़िताओं के साथ कई बार जबरदस्ती हुई।’ सीबीआई के मुकदमे के मुताबिक, डेरा चीफ ने अपनी 2 महिला अनुयायियों से डेरा में कई बार रेप किया था।’
अधिकारी ने कहा, ‘रेपिस्ट और पीड़िता के बीच काफी करीबी संबंध थे। यह भरोसे और आस्था का मामला था। राम रहीम ने महिला समर्थकों से जुड़े अपनी आध्यात्मिक ताकत का गलत इस्तेमाल किया। साथ ही, उसने उस भरोसे का भी खून किया, जो साध्वियों ने उस पर जताया था और इस शख्स को वे गुरु मानती थीं।’ अधिकारी के मुताबिक, लिहाजा यह अपराध गंभीर हो जाता है और इसमें सख्त से सख्त सजा होनी चाहिए।
इस अपराध की गंभीरता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि राम रहीम ने अपने 2 अनुयायियों के साथ लगातार और अपनी मर्जी से रेप किया। सीबीआई के कानूनी जानकार ‘उन बहानों’ को भी तौल रहे हैं, जो डेरा चीफ अपने बचाव में पेश कर सकता है। फैसले से एक दिन पहले डेरा चीफ ने ट्वीट कर कहा था कि वह अदालत पहुंचेगा। अपने ट्वीट में राम रहीम ने कहा था कि कमर में दर्द के बावजूद उसने अदालत आने का फैसला किया है।
मामले से वाकिफ एक और शख्स ने नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर कहा, ‘यह भी मुमकिन है कि राम रहीम के वकील मेडिकल आधार पर उसे अस्पताल में भर्ती करने की मांग कर सकते हैं।’ उनके मुताबिक, राम रहीम अदालत से राहत पाने के लिए हर तरह का दांव और दलील पेश करेगा। यहां इस बात का भी जिक्र किया जा सकता है कि कमर में दर्द के बावजूद वह कार से पंचकूला से सिरसा तक पहुंचा, जो तकरीबन 5 घंटे का सफर है।