महेन्द्र सिंह पुत्र टहल सिंह वासी लाडवा जिला कुरूक्षेत्र ने नाम पता न मालुम ट्क चालक के खिलाफ थाना सदर करनाल में षिकायत दी कि वह अपने साथीयों के साथ अपने कैंटर में लाडवा से करनाल की ओर जा रहा था, जो उनके पिछे-पिछे एक यु.पी. नंबर ट्क भी आ रहा था। उसने बताया कि गांव रम्बा क्षेत्र में करनाल इन्द्री रोड़ पर उसने एक ढ़ाबा पर अपने कैंटर को रोक लिया। जिसपर पिछे चल रहा ट्क भी उसी ढ़ाबा पर आकर रूका और उस ट्क से कुछ व्यक्ति उतर कर उनके साथ मारपीट करने लगे कि वे जब पिछे चल रहे थे तो उन्होंनें अपने कैंटर को उनके आगे लगाए रखा और साईड नहीं दी।
षिकायतकर्ता ने बताया कि ट्क सवार व्यक्तियों के साथ लड़ाई व झड़प से बचने के लिए वह अपने साथीयों के साथ कैंटर में सवार होकर वहां से चल दिया। इस पर भी आरोपीयों का मन नहीं भरा और उनके हौंसलें भी बढ़ गए। उन्होंनें तुरंत अपने ट्क को हमारे पिछे लगा लिया और हार्न बजाने लगे, उन्हें साईड देने के लिए मैंने अपने कैंटर को साईड में कर लिया। आरोपी ने अपने ट्क को आगे निकाल कर उनके कैंटर के आगे रोक लिया और आरोपीयों ने अपने ट्क से निचे उतरकर, उन्हें कैंटर से निचे खिचना और मारपीट करनी शुरू कर दी।
जिसके दौरान उनके एक साथी प्रमोद कुमार पुत्र रामनाथ वासी हरदोई यु.पी. की मौत हो गई। थाना सदर पुलिस द्वारा उसकी षिकायत पर मुकदमा नं0- 1153/14.11.19 धारा 148,149,341,302 भा.द.स. के तहत दर्ज किया गया।
यह मामला जैसे ही पुलिस अधीक्षक करनाल श्री सुरेन्द्र सिंह भौरिया के संज्ञान में आया तो उन्होंनें मामलें की गंभीरता को देखते हुए करनाल पुलिस की क्राइम युनिट सी.आई.ए-01 टीम इन्चार्ज निरीक्षक दीपेन्द्र राणा को सौंपी। जिन्होंनें उप-निरीक्षक रमेष कुमार की अध्यक्षता में एक टीम का गठन कर मामले की जांच शुरू की।
जांच के दौरान घटना स्थल का निरीक्षण किया गया, जो ट्क नंबर पुलिस टीम के पास था, उसके विषय में पता लगाया गया और वारदात के दिन इस ट्क में कौन-कौन सवार था। इन सब बातों का पता लगाने के बाद उप-निरीक्षक रमेष कुमार व उनकी टीम ने दिनांक 15.12.19 को मामले में आरोपी….. आकाष उर्फ पिन्ना और सन्नी उर्फ पेड़ वासी बावली थाना बड़ौत जिला बागपत यु.पी. को पानीपत से गिरफतार किया। दिनांक 16.12.19 को आरोपीयों को माननीय अदालत के सामने पेषकर पुलिस रिमांड हासिल किया गया, दौराने रिमांड आरोपीयों से घटनास्थल की निषानदेही करवाई गई व उनके अन्य साथीयों के संबंध में पूछताछ की गई।
पुलिस जांच में सामने आया कि वारदात में उनके दो अन्य साथी आरोपी….. अजय उर्फ गोली और मोनू उर्फ बाटू वासी बावली थाना बड़ौत जिला बागपत भी शामिल थे व जो इस समय बागपत जेल में एक हत्या के प्रयास के मामले में बंद हैं। जिन्हें बहुत जल्द करनाल पुलिस द्वारा प्रोडक्षन वारंट पर लेकर मुकदमें की जांच में शामिल किया जाएगा। पुलिस जांच के दौरान सामने आया कि बागपत जेल में बंद दोनों आरोपीयों के खिलाफ बागपत जिले में लड़ाई-झगड़े की धाराओं में दर्जनों मामलें दर्ज हैं।
गिरफतार किए गए दोनों आरोपीयों को रिमांड अवधी समाप्त होने के बाद पूनः माननीय अदालत के सामने पेष किया गया, जहां से अदालत के आदेष पर उन्हें जिला जेल करनाल भेज दिया गया।