डी.एफ.एस.सी द्वारा धान की खरी के तहत आढ़तियों का लगभग डेढ़ सौ करोड़ रूपए से अधिक का भुगतान अधर में लटका दिया हैं। इसके कारण किसान औरआढ़ती परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। जब कि वेयर हाउस और हैफेड ने धान की खरीद का भुगतान कर दिया है। डी.एफ.एस.सी द्वारा आढ़तियों का भुगतान नहीं करने से किसानों का भी भुगतान लटक गया है।
अब इस मामले को लेकर आढ़ती भारतीय किसान यूनियन के दरबार में पहुंच गए हैं। मंडी में आढ़ती एसोसिएशन ने भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान को ज्ञापन दे कर किसानों से इस मामले में सहयोग की मांग की हैं। भाकियू जिला संरक्षक मेहताब कादियान,तथा किसान नेता रिषी पाल नांदल विशेष तौर पर मौजूद रहे।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि आढ़तियों का जल्द भुगतान नहीं किया गया तो किसान आंदोलन करेंगे। इससे पहले वह डीसी और डी.एफ.एस.सी विभाग के बड़े अधिकारियों से मिलेंगे।यदि उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया तो किसान और आढ़ती मिलकर डीएफएससी कार्यालय पर धरना देंगे।
आज मंडी में आढ़तियों और भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता विजेंद्र गुप्ता ने की। इस अवसर पर नई रणनीति को लेकर चर्चा की गई। इस अवसर पर महिंद्र मित्तल,सतेंद्र गर्ग,सतबीर मित्तल,राजेश अरोड़ा, राजिंद्र गुप्ता, राजकुमार सिंगला, विनोद मनचंदा, दीपक आनंद,मेहताब कादियान, रिषी पाल नांदल मौजूद थे। किसान नेताओं ने आढ़तियों का भरोसा दिलाया कि इस स्थिति में किसान पूरी तरह से आढ़तियों के साथ हैं।