उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी विनय प्रताप सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा दिव्यांग मतदाताओं के लिए आवश्यक सुविधाएं जुटाए जाने के साथ-साथ मूक-बधिर मतदाताओं के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई थी ताकि वे सुविधाजनक तरीके से मतदान कर सकें। उन्होंने बताया कि इन मतदान केन्द्रों पर मूक-बधिर इंस्ट्रक्टर तैनात करने के साथ-साथ मतदान हेतु दिव्यांग स्टाफ को तैनात किया गया था।
अतिरिक्त उपायुक्त एवं मतदाता जागरूकता गतिविधियों के नोडल अधिकारी अनीश यादव ने बताया कि करनाल विधानसभा क्षेत्र में मतदान केन्द्र नम्बर 150 व 164, इंद्री विधानसभा क्षेत्र में मतदान केन्द्र नम्बर 178, 179, नीलोखेड़ी में मतदान केन्द्र नम्बर 72, 74, तरावड़ी में मतदान केन्द्र नम्बर 102, 103 और घरौंडा विधानसभा क्षेत्र में मतदान केन्द्र नम्बर 150, 151 पर सुगम्य मतदान केन्द्र स्थापित किए गए थे।
उन्होंने बताया कि मूक-बधिर मतदाताओं के सुविधाजनक आवागमन की व्यवस्था करने के साथ-साथ इन मतदान केन्द्रों पर पांच भाषाओं के फलैक्स बोर्ड लगवाए गए थे ताकि इस तरह के विशेष मतदाता अपनी सुविधानुसार भाषा का चयन करके मतदान प्रक्रिया का ज्ञान हासिल कर सकें।
इसके अतिरिक्त एलईडी स्क्रीन लगाकर भी वीडियो के माध्यम से मूक-बधिर मतदाताओं की मतदान की प्रक्रिया की जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही थी। इन मतदान केन्द्रों पर उनके बैठने की भी उचित व्यवस्था करवाई गई थी।
उन्होंने बताया कि जिन मतदान केन्द्रों पर दिव्यांग मतदाता थे वहां पर व्हील चेयर की व्यवस्था की गई थी। ऐसे मतदाताओं की मांग के आधार पर घर से मतदान केन्द्र तक आने-जाने के लिए परिवहन व्यवस्था भी उपलब्ध करवाई गई थी।
इन मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्रों के भवनों में रैम्प की सुविधा के साथ-साथ शौचालय आदि के लिए भी उनकी सुविधानुसार व्यवस्था की गई थी।