मुख्यमंत्री के ओएसडी अमरेन्द्र सिंह के आश्वासन पर रविवार को करनाल में धरने पर बैठे दिव्यांगों ने अपना राज्य स्तरीय धरना समाप्त कर दिया है। धरना समाप्त करने की घोषणा करते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने अपने साथियों के साथ ओएसडी को मांग पत्र सौंपा। ओएसडी ने दिव्यांगों के बीच में बैठकर कहा कि दिव्यांगों की सभी मांगों पर साहनुभूति पूर्वक विचार करने के लिए 21 अगस्त को प्रात: 11 बजे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में बुलाया है और हरियाणा सरकार दिव्यांगों के सम्मान के लिए बेहतरीन रास्ता निकालने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ भेजने के लिए दिव्यांगों के लिए व्यवस्था भी कर दी गई है।
अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार ने दिव्यांगों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई हुई है। इनमें दिव्यांग पेंशन योजना, नौकरियों में आरक्षण, बसों में यात्रा की सुविधा इत्यादि योजनाएं शामिल है। इसके अलावा स्वरोजगार स्थापित करने के लिए ऋण उपलब्ध करवाने में भी दिव्यांगों को प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग हमारे समाज का एक अभिन्न अंग है, इन्हें दया की नही सहयोग की जरूरत है। परिवार के लोगों के साथ-साथ समाज के अन्य लोगों को भी दिव्यांगों के साथ अच्छा व्यवाहर करना चाहिए, ये भी सामान्य व्यक्ति की तरह बडी से बडी उपलब्धि हासिल कर सकते है। दिव्यांगों में भी प्रतिभा छिपी हुए है उन्हें केवल प्रोत्साहित करने की जरूरत है। यह खेल के क्षेत्र में भी पदक जीतकर देश व प्रदेश का नाम रोशन कर सकते है। ऐसे कई उदाहरण देश व प्रदेश में मिल रहे है।
हरियाणा सर्व विकलांग संगठन कार्यवाही समिति के प्रधान चरण सिंह गगसीना ने कहा कि दिव्यांगों की मांगे लम्बित है जिन्हें पूरा करवाने के लिए संगठन द्वारा पूरे प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर जो धरने दिए जा रहे थे, वो रविवार को ओएसडी अमरेन्द्र के विश्वास पर धरने समाप्त करे दिए है और हमें पूरा भरोसा है कि ओएसडी अमरेन्द्र मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात के दौरान दिव्यांगों की ज्यादा से ज्यादा समस्याओं का हल करवाने का प्रयास करेगें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल सभी वर्गों की भलाई के लिए कार्य कर रहे है। दिव्यांगों को भी पूरा मान-सम्मान मिलने की उम्मीद है। इस अवसर पर गुलाब सिंह ढ़ाका, राजीव, विनोद वर्मा, संदीप, कुलदीप, संजीव आदि उपस्थित थे।