आज पर्यावरण संरक्षण समिति पंजीकृत करनाल द्वारा ओल्ड हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी के पार्कों में पौधारोपण किया गया। मुख्यअतिथि श्री मनोज वधवा डिप्टी मेयर द्वारा फाइकस का ओर्नामेंटल पौधा लगाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उन्होंने कॉलोनी के दो पार्कों में पौधारोपण करवाया और पेड़-पौधों के फायदे भी बताये। यह कार्यक्रम मुख्यत: कॉलोनी वेलफेयर एसोसिएशन के तत्त्वाधान में आयोजित किया गया। श्री स्वतंत्र कुकरेजा निदेशक वंडर किडस प्ले वे स्कूल द्वारा कार्यक्रम का प्रबंधन उत्तम प्रकार से किया गया। समिति पैट्रन कंवल भसीन एवं समिति के सभी सदस्यों ने पार्कों में विभिन्न प्रकार के लगभ्रग 100 पौधे लगाए गये। वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने भी अपने हाथों से पौधे लगाये । समिति अध्यक्ष एस.डी. अरोड़ा ने बताया कि आज प्रदूषण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। बड़े-बड़े कारखाने एवं फैक्ट्रियाँ लग गई हैं। जनसंख्या तथा उनके संसाधनों के लिये वाहनों एवं यातायात के साधनों की संख्या भी बढ़ गई है।
यहाँ तक कि खेती-बाड़ी में भी ज्यादातर कृषि यंत्रों का प्रयोग होने लगा है। मॉर्डननाईजेशन के लिये डिजिटलाईजेशन, मोबाईल, लैपटॉप आदि का प्रयोग बढ़ गया है, जिससे वातावरण में लेजर तरंगे फैल कर वायुमण्डल को प्रदूषित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि पर्यावरण को संतुलित करने के लिये पेड़-पौधे ही एक मात्र मुख्य उपाय है, क्योंकि पेड़-पौधे हवा से जहरीली गैसों को ग्रहण करके उसके बदले ऑक्सीजन छोड़ते हैं जिससे वायुमण्डल शुद्ध होता है। उनहोंने कहा कि विकास के लिये जितने पौधे काटे जाते हैं प्राकृतिक संतुलन के लिए उनके स्थान पर कम से कम उतने पौधे जरूर लगाने चाहिये। औद्योगिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का विकास होना भी मानव जीवन के लिये जरूरी है ताकि हम और हमारी आने वाली संतानें शुद्ध हवा में साँस ले सकें। उन्होंने यह भी कहा कि पेड़-पौधे लगाकर ही काफी नहीं है बल्कि उनकी देखभाल करना भी जरूरी होता है। तभी पेड़-पौधे बड़े होकर पर्यावरण शुद्ध करते हैं। समिति के आह्वान पर वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने लगाए गए पौधों की देखभाल करके सुरक्षित रखने का आश्वासन भी दिया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
इस अवसर पर समिति पैट्रन कंवल भसीन, अध्यक्ष एस.डी. अरोड़ा, के.एल. नारंग, आर.आर. अत्री, हीरा लाल चौधरी, विनोद कुमार गुप्ता, ओ.पी. सचदेवा, डी.एन. गाँधी, अर्जुन देव वर्मा, शशि आर्या, सुमित्रा कुकरेजा, पुष्पा सिन्हा, ईश्वर छाबड़ा, कृष्णा चौहान, अनिता रानी, स्वतंत्र कुकरेजा, के.एल. चावला, वी.के. बंसल, वी.के. धीर, वी.के. मिड्डा, सोहन लाल सिंगला, एस.डी. चड्ढा, आर्. के. कामरा, मोती राम, नवीन ठक्कर एवं अन्य सदस्य उपस्थित रहे।