( रिपोर्ट – कमल मिड्डा ): हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के नेताओं का लम्बे समय से चल रहा झगड़ा अब शांत हो सकता है. प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर और भूपेन्द्र हुड्डा दोनों ही प्रदेश में पार्टी के लिए सिरदर्द बने हुए थे. जिसके चलते पार्टी ने बड़ा कदम उठाया है. कांग्रेस ने तंवर की कुर्सी छीन कर कुमार शैलजा को दे दी है. अब कुमारी शैलजा हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष होंगी.
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कुमारी शैलजा जो हरियाणा में पार्टी का दलित चेहरा हैं और अम्बाला व सिरसा दोनों जगह से लोकसभा की सांसद रही हैं, उन्हें अध्यक्ष बनाया गया है. कुमारी शैलजा पार्टी के नेता चौधरी दलवीर सिंह की बेटी हैं. सिंह भी हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष और केन्द्र में कई बार मंत्री रहे हैं.
बता दें कि अशोक तंवर और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच लंबे समय से खुला विवाद चल रहा था. भूपेन्द्र हुड्डा की मांग थी कि अशोक तंवर को हटाया जाए. अशोक तंवर चाहते थे कि राज्य की कमान किसी भी सूरत में भूपेंद्र सिंह हुड्डा या उनके किसी नजदीकी को ना मिले. इसलिए कांग्रेस ने बीच का रास्ता निकालते हुए कुमारी शैलजा को पार्टी की कमान सौंप दी.
भूपेंद्र हुड्डा को बनाया विधायक दल का नेता
हरियाणा के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी घोषणा की. गुलाम नबी आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया को हुड्डा को विधायक दल का नेता बनाया गया है. इलेक्शन कमेटी का चेयरमैन भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ही बनाया गया है.
अशोक तंवर और किरण चौधरी को भी मिलेगी जिम्मेदारी
इस दौरान आजाद ने कहा कि मनमुटाव पुरानी चीज़ है. अब हम भविष्य की बात करेंगे. सभी नेता साथ मिलकर काम करेंगे. अशोक तंवर और किरण चौधरी की भूमिका पर आज़ाद ने कहा कि कांग्रेस बहुत बड़ी पार्टी है और सबको मौका मिलेगा.