हर तरफ पानी ही पानी कहि बारिश ने मचाया कोहराम तो कही बाढ़ जैसे हालत, यमुना के साथ बसे गाँव के लोगो की उडी नींद, महिलाए जुटी माँ यमुना की पूजा में, हाथ जोड़ प्रशाद चड़ा माँ यमुना से कर रही शांत रहने की अपील, आसमान में छाए हुए बादल, 2 महीने तक लोगो की उडी रहेगी नींद !
पिछले कई दिनों से बारिश ने कोहराम मचाया हुआ है जहा देखो वहा पानी के कारन लोग परेशान है कही बाढ़ तो कही जल भराव जैसे हालत ! यूपी बिहार असम के कई गाँवों में जन जीवन अस्त ग्रस्त हो गया है क्यूँकी इंद्र देवता का बरसना जारी है जिस कारण यमुना के पास बसे गाँवों के लोगो को अब अपने इलाको का डर सता रहा है।
डर इस बात का कही लगातार हो रही बारिश के कारण यमुना का जल स्तर न बढ़ जाए पीछे से फिर कही यमुना में पानी ना छोड़ा जाए अगर यमुना में पानी का लेवल बढ़ा तो हमारे गाँव हमारे घर हमारा क्या होगा ऐसा यह इसलिए सोच रहे है क्यूंकि इन लोगो ने यमुना के पानी का वो मंजर अपनी आँखों से देखा हुआ है जब यमुना उफान पर होती है तो कैसे ये लोग अपने घर गाव खाली कर निकल जाते है जिसको लेकर यह लोग अब माँ यमुना की पूजा करने में जुट गए है !
आसमान में छाए काले बादल और बारिश का डर इन्हें हर पल डरा रहा है कई यमुना मैया तबाही ना मचा दे जिसको लेकर अब यमुना के पास बसे गाँव में रहने वाली महिलाए यमुना के तट पर बैठ हाथ जोड़ गीत गा यमुना मैया से गुजारिश कर रही है मैया जैसे अभी शांत हो वैसे शांत रहो !
वीओ- यमुना के जल स्तर की बात करे तो यमुना का जल स्तर अभी नार्मल है और अभी तक यमुना में हथनीकुंज बैराज से कोई पानी नही छोड़ा गया जिस कारण यमुना का जल स्तर अभी नार्मल है जिस वजह से लोग इसे अपने बच्चो के साथ पार कर लेते है क्यूंकि अधिकतर लोगो के खेत यमुना में है जिस कारन उन्हें यमुना के पानी से होते हुए वहा तक पहुंचना पड़ता है लेकिन यमुना किनारे बसे दर्जनों गाँवो के लोगो को इन दो महीने जुलाई अगस्त में बारिश के सीजन में यही डर सताता है
आखिर इस बार क्या होगा क्या इस बार भी उन्हें अपने घर को छोड़ना पड़ेगा उनके गाँव घर पानी से भर जायेगे भगवान जाने जो होगा लेकिन जो भी होगा माँ यमुना की इच्छा से होगा जिसको लेकर ग्रामीण महिलाए यमुना के तट पर बैठ पूजा कर गीत गा यमुना की तरफ देखते हुए हाथ जोड़ प्रशाद चढाकर बस यही दुआ क रही है यमुना मईया आप शांत रहे और बच्चो पर अपना आशीर्वाद बनाए रखे !
हालाँकि जिला प्रशाशन की तरफ से अपनी तैयारिया पूरी की गयी है साडे 5 करोड़ की लागत से क्ल्सोरा, मुस्तफाबाद, जम्मूखाला, नबियाबाद पर स्टडो की मरमत और नये स्टड का काम किया गया है लेकिन इन लोगो को यह भी पता है जब यमुना उफान पर होती है तब हर तरफ पानी ही पानी होता है और चारो तरफ सिर्फ बुरा हाल कोई स्टड कोई प्रशाशन के बचाव कार्य काम नही आते !
जब हर तरफ होता है पानी तब नबियाबाद का यह गुरुद्वारे बनता है गाँव के लोगो के लिए उनके रहने का ठिकाना क्यूंकि इस गुरद्वारे की महानता है यहा आज तक यमुना का पानी नही घुसा जबकि की दर्जनों गाँव यमुना के पानी से भरे होते है गाँव नबियाबाद के दशमेश प्रकाश गुरद्वारे में आज तक पानी नही घुसा सन 1984 से बना हुए इस गुरद्वारे का यह इतिहास है हालाँकि यमुना नदी मात्र पचास फिट की दुरी पर है लेकिन फिर भी पानी गुरद्वार की चोखट तक नही पहुंचता पानी !
मान्यता यह है की सुबह- शाम गुरुग्रथ साहिब जी के आगे अरदास करके लंगर का भोग लगाने के बाद यमुना माता को प्रशाद का भोग लगवाया जाता है जिस कारण यमुना माता इस गुरुदुवारे में प्रवेश नही करती ऐसी मान्यता है !