हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में स्थित शिवधाम (शमशान घाट) व कब्रिस्तान में होने वाले संस्कार व दफनाने की रिपोर्ट अब ऑनलाईन सरकार को भेजी जाएगी। शहरी स्थानीय निकाय हरियाणा की ओर से इसे अनिवार्य बनाकर इन कार्यों के लिए बनी कमेटियों को ऑनलाईन रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में प्रत्येक संस्कार अथवा दफनाने की रिपोर्ट कमेटी के संचालक या केयर टेकर को यूएलबी के पोर्टल पर डालनी होगी और इसके लिए कमेटी को 500 रूपये प्रति संस्कार महीने के अंत में मिलेंगे, जो नगर निगम या पालिकाएं अपने संसाधनो से जुटाएंगी।
लोकल बॉडीज़ हरियाणा के अधीक्षण अभियंता अशोक राठी ने शुक्रवार को शहर के कल्पना चावला राजकीय मैडिकल कॉलेज में, ऑनलाईन डैथ रिपोर्टिंग सिस्टम को लेकर आयोजित एक वर्कशॉप में बोलते हुए यह जानकारी दी। वर्कशॉप में प्रदेश के तमाम शहरी क्षेत्रों में बनी संस्कार कमेटियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि म्यूनिसिपल एक्ट-1973 में शमशान घाट व कब्रिस्तान से जुड़ी संस्थाएं नोटिफाईड हैं, जिसमें स्पष्टï किया गया है कि निकाय इन संस्थाओं से ऐसी सूचनाएं प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में हरियाणा में शहरी क्षेत्रों के अंदर 798 शमशान घाट व कब्रिस्तान हैं। इनमें से 158 ऐसे हैं, जिनकी कोई भी देखरेख नहीं कर रहा है। अब इन्हे आदेश दिए गए हैं कि अगले कुछ दिनो में अपनी-अपनी कमेटियां बनाकर सरकार को इस सम्बंध में सूचित करें, ताकि उनके यहां होने वाली मृत्यु की रिपोर्टिंग भी पोर्टल के माध्यम से सरकार को प्राप्त हो सके।
उन्होंने बताया कि ऑनलाईन रिपोर्टिंग से मृत्यु का रिकॉर्ड सुरक्षित रहेगा और सम्बंधित परिवारों को मृत्यु परिणाम पत्र प्राप्त करने में आसानी रहेगी। ऐसे आंकडों से सरकार को विभिन्न योजनाओं को बनाने में सहयोग मिलेगा।
अधीक्षण अभियंता ने बताया कि शमशान घाट का केयर टेकर मोबाईल एप या टेबलेट के जरिए पोर्टल पर किसी भी मृत्यु की रिपोर्टिंग करेंगे, जिसमें मृतक का नाम, पिता या पति का नाम, आयु, मृत्यु की तिथि व स्थान तथा वर्तमान व स्थायी पता जैसी सूचनाएं अपलोड करनी होंगी। जिस संस्था या सभा में संस्कार किया गया है, उसका पता भी देना होगा। केयर टेकर हर महीने इस डाटा को एक्सल में तैयार कर कमेटी के चेयरमैन जो नगर पालिका सचिव या नगर निगम सचिव हो सकते हैं, को देंगे, ताकि उन्हें प्रति संस्कार के हिसाब से 500 रूपये की राशि प्राप्त हो सके।
उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए गठित कमेटी में चेयरमैन के अलावा जिस वार्ड में शमशान घाट या कब्रिस्तान है, उसका पार्षद बतौर सदस्य रहेगा। इसी प्रकार एक महिला, एक अनुसूचित जाति के सदस्य तथा दो अन्य सामाजिक व्यक्ति अर्थात 4 सदस्य और शामिल रहेंगे, यानि कमेटी में 6 सदस्य होंगे। वर्तमान में शहरी क्षेत्रों में इस तरह की 640 कमेटियां पहले ही गठित हैं।
वर्कशॉप में अर्बन लोकल बॉडिज़ हरियाणा की संयुक्त निदेशक मिनाक्षी राज ने बताया कि डैथ रिपोर्टिंग सिस्टम को अनिवार्य रूप से ऑनलाईन करने वाला हरियाणा देश का पहला प्रदेश् है। प्रदेश सरकार की ओर से शिवधान नवीनीकरण योजना भी लागू की गई है, जिसमें शिवधाम या शमशान घाट की चार दीवारी, पीने का पानी, पक्का रास्ता और शैड, 4 कार्य करवाए गए हैं।
वर्कशॉप में भिन्न-भिन्न शहरो से आए शिवधाम या शमशान घाट से जुड़ी सभाओं के प्रतिनिधियों ने कुछ सुझाव भी दिए। प्रतिनिधियों को एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से ऑनलाईन डैथ रिपोर्टिंग सिस्टम की कार्यवाही दिखाई गई। उप निगमायुक्त करनाल धीरज कुमार ने अधिकारियों का स्वागत एवं धन्यवाद किया। नगर निगम सोनीपत के संयुक्त आयुक्त शंभु राठी भी इस मौके पर उपस्थित रहे।