करनाल नशा तस्करी के आरोप में 10 साल की सजा काट रहा कैदी हरजिद्र इलाज के दौरान तीन पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गए ! पुलिस को उसके गायब होने की जानकारी देर रात पता चली, लापरवाही के आरोप में तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है !
हरजिद्र सिंह असंध थाना क्षेत्र के गांव मर्दानखेड़ा का रहने वाला है, उसके खिलाफ तीन अलग-अलग मामले दर्ज हैं ! एनडीपीएस एक्ट के तहत 2016 में एक मामले में उसे दस साल की सजा के साथ एक लाख रुपये जुर्माना हुआ था, सजा मिलने के बाद 25 जुलाई 2018 वह करनाल जेल में बंद था ! उसे शुगर की बीमारी थी, इसी की शिकायत को लेकर सिविल अस्पताल में 18 अप्रैल से भर्ती कराया गया था, उसकी निगरानी के लिए तीन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी !
बताया जा रहा है कि 2 मई की रात 10 बजे के करीब वह पुलिसकर्मियों को चकमा दे गया ,थाना सिविल के सब इंस्पेक्टर राम आसरे ने बताया कि आरोपित की तलाश की जा रही है !
योजना बनाकर हुआ फरार
करनाल सिविल हॉस्पिटल से फरार हुए कैदी हरजिद्र ने योजना बना कर काम किया , क्योंकि वह लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती था, इसलिए उसने पुलिसकर्मियों के साथ व्यवहार अच्छा किया ! जिससे पुलिसकर्मियों ने उस पर यकीन करना शुरू कर दिया, इसी का फायदा उठा कर उसने फरार होने की योजना तैयार की, इसके लिए रात का समय चुना ! वह भी तब जब अस्पताल में ज्यादा चहल पहल नहीं होती , पुलिस की जांच टीम के मुताबिक, यह इसलिए किया ताकि वह आसानी से फरार हो जाए !
और कोई भी हो सकता है मदद करने वाला
पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि उसे फरार करने में कोई दूसरा भी शामिल रहा होगा ! तभी वह इतनी तेजी से अपनी योजना को कामयाब करने में कामयाब हो गया, वह अस्पताल से बाहर आया होगा, इसके बाद वह मदद करने वाले के साथ यहां से दूर निकल गया ! पुलिस को क्योंकि काफी देर तक पता नहीं चला, इसलिए बस अड्डे व रेलवे स्टेशन पर अलर्ट नहीं किया जा सका, ऐसे में माना जा रहा है कि वह दूर निकल गया होगा !