भारतीय जनता पार्टी ने आज रविवार को हरियाणा की बची हुई दो सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर ही दी ! रोहतक से करनाल से पूर्व सांसद डॉ. अरविंद शर्मा को मैदान में उतारा है, यहां उनकी टक्कर कांग्रेस के उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह हुड्डा से है ! वहीं, केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह को हिसार से टिकट दिया गया है , टिकट मिलते ही बीरेंद्र सिंह ने अमित शाह को राज्यसभा और मंत्री पद से इस्तीफा भेज दिया है !
रविवार को बीरेंद्र सिंह ने भाजपा के संगठन महामंत्री रामलाल से मिलकर राज्यसभा और केंद्रीय मंत्रीमंडल से इस्तीफा देने की पेशकश की , हालांकि उनका इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ ! दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैं परिवारवाद के विरोध में रहा हूं, इसलिए बेटे को चुनाव लड़ने के लिए टिकट देने पर मंत्री पद से इस्तीफा देने की पेशकश की, उनके बेटे बृजेंद्र ने आईएएस की नौकरी से वीआरएस के लिए भी आवेदन कर दिया है !
बीरेंद्र सिंह ने लगभग 42 साल तक कांग्रेस में राजनीति की, वे हरियाणा में कांग्रेस के विधायक और मंत्री भी रहे ! पिछले 2014 चुनाव में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी और भाजपा में शामिल हो गए थे, 2014 विधानसभा चुनाव में उनकी पत्नी प्रेमलता ने उचाना हल्के से चुनाव जीता ! भाजपा ने बीरेंद्र सिंह को राज्यसभा से सांसद बनाया और केंद्र में मंत्री पद दिया, वे हरियाणा के पांचवे नेता हैं, जो आज तक हरियाणा से केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बने हैं !
बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह मीडिया और चर्चाओं से दूर रहे हैं, वे हरियाणा कैडर के 1998 बैच के आईएएस हैं ! 47 वर्षीय बृजेंद्र के लिए पिछले काफी समय से उनके पिता सीट के लिए जोर अजमाइश कर रहे थे, फिलहाल वे हरियाणा स्टेट कॉपरेटिव सप्लाई एंड मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (हैफेड) में एमडी के पद पर तैनात थे , सीट की घोषणा होते ही उन्होंने वीआरएस के लिए आवेदन कर दिया !